भोपाल की जागृति अवस्थी बनी यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 में देश की सेकंड टॉपर

भोपाल । भोपाल में रहने वाली जागृति अवस्थी यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा, 2020 में देश की सेकंड टॉपर बनी हैं। जागृति ने बीएचईएल में इंजीनिरिंग की नौकरी छोड़ सिविल सर्विस में जाने का फैसला किया और पूरे देश में महिलाओं में पहला स्थान हासिल किया।

यूपीएससी की सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 में भोपाल की जागृति अवस्‍थी ने देश में दूसरा और महिला प्रतिभागियों में पहला स्थान हासिल किया है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुकी जागृति ने दूसरे प्रयास में यह कामयाबी हासिल की है।

जागृति ने मैनिट, भोपाल से इंजीनियरिंग की डिग्री ली है। 2017 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री पूरी करने के बाद वे भेल में नौकरी कर रही थीं। बचपन से ही उन्होंने कलेक्टर बनने का सपना देखा था। इसलिए प्रशासनिक सेवा में जाने का फैसला किया। उन्होंने एक झटके में नौकरी छोड़ दी और फिर सिविल सर्विसेस परीक्षा की तैयारी में लग गईं।

जागृति ने जब एक बार फैसला कर लिया तो किसी रुकावट को इसके रास्ते में नहीं आने दिया। पहले प्रयास में वे प्रीलिम्स क्लियर नहीं कर पाईं, लेकिन इससे उनकी तैयारी पर कोई असर नहीं पड़ा। हालांकि, उन्होंने कभी 16-17 घंटे रोजाना पढ़ाई नहीं की।

पिछले करीब सवा दो साल जागृति रोजाना 8-10 घंटे की पढ़ाई कर रही थीं। परीक्षा नजदीक आया तो उन्होंने इसे बढ़ाकर 10-12 घंटे कर दिया। इंजीनियरिंग बैकग्राउंड की होकर भी उन्होंने सोशियोलॉजी को ऑप्शनल बनाया और देश की सेकंड टॉपर बन गईं।

जागृति ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान जब लॉकडाउन लगा था और कोचिंग संस्थान भी बंद हो गए तो उन्होंने पढ़ाई को ही मोटिवेशन का फैक्टर बना लिया। घर में रहकर वे रोजाना 8 से 10 घंटे पढ़ाई जरूर करतीं। उनके पिता सुरेशचंद अवस्थी होम्योपैथिक कॉलेज में कैशियर हैैं। जागृति अपनी कामयाबी में परिवार, और खासकर भाई की भूमिका महत्वपूर्ण मानती हैं। उनके पिता सुरेशचंद अवस्थी होम्योपैथिक कॉलेज में कैशियर हैैं। जागृति अपनी कामयाबी में परिवार, और खासकर भाई की भूमिका महत्वपूर्ण मानती हैं।

अवस्थी के अलावा, भोपाल के अर्थ जैन ने भी इस प्रतिष्ठित परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल की है, जबकि मध्य प्रदेश के जबलपुर की अहिंसा जैन ने 53वीं और होशंगाबद के अभिषेक खंडेलवाल ने 167वीं रैंक हासिल की है। इस परीक्षा में कुल 761 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए हैं जिनमें 545 पुरुष और 216 महिलाएं हैं।

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