राजधानी में 18 साल से ऊपर वालों के सेकंड डोज का लक्ष्य पूरा होने के बाद अब 15 से 17 साल के बच्चों के टीके का टारगेट पूरा करने की तैयारी हो गई है। बुधवार को बच्चों के टीकाकरण का दूसरा डोज शुरू किया गया। पहले डोज की तरह ही दूसरी डोज में भी किशोरों में उत्साह दिखा। बुधवार को 15 से 17 साल के 17 हजार से ज्यादा टीनएजर्स को दूसरा टीका लगाया गया। शाम 6 बजे तक दर्ज आंकड़ों के अनुसार बच्चों को सेकंड डोज लगाने में भोपाल प्रदेश में अव्वल था।
वहीं, प्रदेश में 2 लाख 10 हजार के करीब बच्चों को सेकंड डोज लगी। बच्चों में वैक्सीन के प्रति बढ़ती जागरूकता का कमाल है कि पहले डोज का 95 फीसदी सिर्फ 28 दिन में ही पूरा हो गया। बुधवार को वैक्सीन ड्राइव के दौरान भोपाल में कुल 29 हजार से ज्यादा टीके लगाए गए। इनमें बच्चों के सेकंड डोज की संख्या 17,665 रही, जबकि 1500 टीके प्रिकॉशन कैटेगरी में लगाए गए। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि अगले 10 दिन के भीतर 1 लाख 34 हजार बच्चों को वैक्सीनेशन की दूसरी डोज लगा दी जाएगी। गौरतलब है कि जबलपुर में 11340, ग्वालियर में 4902 और इंदौर में मात्र 2816 बच्चों को सेकंड डोज लगाया गया।
अब मोबाइल वैन से पूरा होगा स्कूल छोड़ चुके बच्चों का वैक्सीनेशन
कलेक्टर ने बताया कि स्कूलों के अलावा ऐसे स्थानों पर मोबाइल वैनों को भेजा जाएगा, जहां पर बच्चे हैं, लेकिन वो टीकाकरण कराने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। स्कूल छोड़ चुके बच्चों का वैक्सीनेशन मोबाइल वैन के जरिए पूरा कराया जाएगा।