भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक रविवार को दिल्ली के एन डी एम सी कन्वेंशन सेंटर में हुई। मीटिंग में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भाजपा में परिवारवाद नहीं है, यही उसे दूसरी पार्टियों से अलग बनाता है। पार्टी का आधार सेवा, संकल्प और समर्पण पर टिका है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को सीख देते हुए कहा कि ज्ञान सिर्फ किताबों से नहीं मिलता, लोगों के बीच काम करने से तजुर्बा आता है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि पीएम मोदी ने पार्टी के इतिहास को रेखांकित करते हुए कहा कि भाजपा ने आज केंद्र में जो स्थान पाया है, उसका बहुत बड़ा कारण ये है कि पार्टी सामान्य व्यक्ति से हमेशा जुड़ी रहती है।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि मोदी ने बैठक में कहा कि सत्ताधारी पार्टी ने महामारी के दौर में सबका सहयोग किया। दुनिया के लोगों ने भारत का लोहा माना है। बीजेपी ने अपने लोकतांत्रिक मूल्यों से इसमें योगदान दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के नि:स्वार्थ कार्यकर्ताओं के जीवन को नमो ऐप में कमल पुष्प फीचर के जरिए दुनिया के सामने लाया जाए।
बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत सभी बड़े नेता शामिल हुए। बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि PM मोदी ने महामारी के बीच बोल्ड स्टेप लिए, जिससे अर्थव्यवस्था को फायदा पहुंचा।
राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के उद्घाटन भाषण में नड्डा ने कहा कि लॉकडाउन जैसा कड़ा फैसला PM मोदी ने लिया और लॉकडाउन के तीन महीने के भीतर लोगों को सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं। उन्होंने कहा कि मोदी एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो देश के किसानों के हित के लिए प्रगतिशील नीतियां और कानूनों को लेकर आए हैं।
नड्डा ने कहा कि कोविड से लड़ने के लिए तीन T (ट्रैक, टेस्ट और ट्रीट) मेथड का पालन किया गया। उन्होंने कहा कि पी एम ने फ्रंट में आकर महामारी के खिलाफ जंग का नेतृत्व किया। प्रधानमंत्री ने आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए सबसे अच्छा तरीका दुनिया को दिखाया। भाजपा प्रमुख ने हाल के चुनावों में वोट शेयर बढ़ने के लिए भी पार्टी की प्रशंसा की।
बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पीएम मोदी ने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक का उद्घाटन किया है। इसमें एक अनोखी पहल हुई है, जिसमें सारे प्रतिभागियों का डिजिटल पंजीकरण हुआ है। बैठक में 342 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि जब 2014 में हमारी सरकार आई तो किसानों के लिए बजट में सिर्फ 23,000 करोड़ रुपए व्यय करने की व्यवस्था थी, लेकिन पिछली बार वित्त मंत्री ने जो बजट पेश किया, उसमें किसानों के लिए 1 लाख, 23 हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई।