मध्यप्रदेश में भी टकराव की आशंका है। सीहोर जिले के आष्टा में हिंदू राष्ट्र लिखा बैनर टांगने से हिंदू संगठन और प्रशासन आमने-सामने आ गए। आष्टा में हिंदू राष्ट्र लिखे बैनर से बवाल,

हनुमान जन्मोत्सव को लेकर हिंदू राष्ट्र लिखा बैनर टांगने से हिंदू संगठन और प्रशासन वहीं, भाजपा नेता जयभान सिंह पवैया ने भी चुनौती देने वाला ट्वीट किया है। 
 

Uproar over Ashta's Hindu Rashtra banner, Pawaiya surrounded his own government in Gwalior
  • सीहोर के आष्टा में इस बैनर की वजह से हिंदू संगठन और प्रशासन आमने-सामने आ गए।

सीहोर जिले की आष्टा तहसील क्षेत्र में हनुमान जन्मोत्सव को लेकर हिंदू संगठन अपनी तैयारियों में जुटे हैं। रात में हिंदू संगठनों ने पूरे नगर को केसरिया ध्वज से सजाया। कन्नौद रोड पर हिंदू राष्ट्र लिखा बैनर टांगने को लेकर प्रशासन और हिन्दू संगठन के लोग आमने-सामने आ गए। शिकायत मिलने पर प्रशासनिक व नगर पालिका अमला बैनर हटाने पहुंचा। इसकी भनक लगते ही हिन्दू संगठन के सदस्य आक्रोशित हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। दो घंटे से ज्यादा समय तक चले प्रदर्शन के बाद प्रशासनिक अफसरों को बैनर को हटाए बिना ही मौके से लौटना पड़ा। 

हनुमान जन्मोत्सव के चलते आष्टा शहर में कई जगहों पर बैनर-पोस्टर लगे हैं। एक बैनर पर हिन्दू राष्ट्र लिखा था और उसे कॉलोनी चौराहे पर लगाया गया। इस बैनर को लेकर बुधवार को हिन्दू संगठन व प्रशासन आमने-सामने आ गए। इस बेनर को हटाने के लिए किसी व्यक्ति ने प्रशासन को शिकायत कर दी थी। इससे प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आए और नगर पालिका के अमले के साथ बैनर हटाने कॉलोनी चौराहा पहुंचे। विश्व हिन्दू संगठन सहित अन्य हिन्दू संगठनों को इसकी सूचना मिली तो बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। यह सिलसिला करीब दो घंटे चलता रहा।  

हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष कालू भट्ट ने आरोप लगाया कि बैनर में कुछ भी आपत्तिजनक शब्द नहीं लिखा है, जिससे किसी की भावना आहत हो। इसके बावजूद प्रशासन बैनर हटाने का दबाव बना रहा है। यदि किसी को आपत्ति है और उसने शिकायत दर्ज कराई है तो उसका नाम बताया जाए। इससे पता चलेगा कि सामने वाले को क्या दिक्कत है। आष्टा तहसीलदार शैलेष द्विवेदी ने मामले को शांत करने की कोशिश की, लेकिन हिन्दू संगठनों के सदस्य आक्रोशित नजर आए। तहसीलदार ने सभी को समझाया, तब जाकर मामला ठंडा पड़ा। कन्नौद रोड से प्रतिदिन करीब 50 हजार लोग आना-जाना करते हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान कॉलोनी चौराहे पर भीड़ लग गई थी। इससे आवागमन प्रभावित हुआ।  

इस संबंध में हिन्दू उत्सव समिति अध्यक्ष कालू भट्ट का कहना है कि आष्टा में सभी त्योहार मिल-जुलकर उत्सास से मनाए जाते हैं। हनुमान जन्मोत्सव को लेकर भी कई जगह बैनर लगाए हैं। कॉलोनी चौराहे पर लगे बैनर को हटाने का दबाव प्रशासन बना रहा था। इसे लेकर ही हमने विरोध प्रदर्शन किया। एसडीएम आनंदसिंह राजावत ने कहा कि कन्नौद रोड के कॉलोनी चौराहे पर बैनर लगाने को लेकर आपत्ति आई थी। इसमें बैनर नीचे लगाने से किसी तरह की घटना होने की बात कही गई थी। तहसीलदार व नगर पालिका अमला बैनर को ऊंचा कराने गए थे न कि हटाने के लिए। 

पवैया का बयान- हिंदू बस्तियों में नहीं देंगे मोहर्रम के जुलूस की इजाजत
हनुमान जन्मोत्सव पर हिंदू संगठनों के धार्मिक जुलूस को लेकर पुलिस सतर्क है। रामनवमी के अनुभव को देखते हुए पुलिस-प्रशासन की कोशिश है कि अल्पसंख्यक बस्तियों से धार्मिल जुलूस को दूर रखा जाए। इस पर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। पवैया ने ट्वीट कर सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। पवैया ने लिखा कि किसी भी राज्य का प्रशासन यदि हनुमान जयंती की शोभायात्राओं को अल्पसंख्यक बस्तियों में जाने की इजाजत नहीं दे रहा है तो फिर यह भी तय करें कि मोहर्रम और ताजियों के जुलूस हिंदू बस्तियों या बाजारों से निकालने की इजाजत नहीं दी जाएगी। कानून और नियमों की कसौटी दोहरी नहीं हो सकती है। दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश और बिहार में उपजे तनाव को देखते हुए ग्वालियर एसपी राजेश सिंह चंदेल ने हनुमान जयंती को लेकर विशेष टीमें गठित की है। यह टीमें अल्पसंख्यक बस्तियों के साथ ही चौराहों पर सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगी।  

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