शिवराज का नाथ पर तंज बोले- सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा होने वाला चाय वाला कैसे हो सकता है

सीएम ने कहा कि यह उनका अहंकार ही है। अपने आपको भावी मुख्यमंत्री, अवश्यंभावी सीएम कहलवाते है और कहते है कि विधायकों की जरूरत ही नहीं है। अब कांग्रेस का भगवान ही मालिक है, जिसका नेता कह रहा हो मुझे जरूरत ही नहीं है।

MP News: Shivraj's taunt on Nath - How can a person born with a golden spoon in his mouth be a tea seller?

सीएम शिवराज और कमलनाथ

पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ अपने बयान पर घिरते जा रहे हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए उनकी उम्र पर सवाल उठाया। बोले- सोने की चम्मच मुंह में लेकर पैदा होने वाला मामा या चाय वाला कैसे हो सकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट सिटी में पौधरोपण करने के बाद कहा कि मुझे तो कमलनाथ जी पर तरस आता है। कई बार लगता है कि उम्र अब उन पर हावी हो रही है। अब वह कहते हैं कि मुझे विधायकों की जरूरत ही नहीं है, उनको क्या पता विधायक क्या होता है। लोकतंत्र में चुने हुए जनप्रतिनिधि की हैसियत भी संविधान में बताई गई है और कांग्रेस यह भी जानती है कि मुख्यमंत्री विधायक ही चुनते हैं। शायद पहले भी कहते थे कि मुझे जरूरत नहीं है तो लोग निकल कर आ गए। अब फिर अभी से कह रहे हैं।

कांग्रेस का भगवान ही मालिक हैं
सीएम ने कहा कि यह उनका अहंकार ही है। अपने आपको भावी मुख्यमंत्री, अवश्यंभावी सीएम कहलवाते है और कहते है कि विधायकों की जरूरत ही नहीं है। अब कांग्रेस का भगवान ही मालिक है, जिसका नेता कह रहा हो मुझे जरूरत ही नहीं है।

कॉरपोरेट राजनीति करते है कमलनाथ
सीएम ने कहा कि पता नहीं क्या-क्या बोलते हैं। कल शायद कहा न मैं चाय बेचने वाला हूं न मैं मामा हूं। मामा तो तुम हो ही नहीं सकते। मामा तो वह होता है, जिसके दिल में बहनों और बेटियों के लिए इज्जत होती है। तुम किसान हो नहीं सकते क्योंकि तुमने किसानों के वादे कभी पूरे नहीं किए कर्जमाफी का वादा करके मुकर गए। माटी की सौंधी सुगंध आज जानते नहीं हो। चाय वाला तो कोई गरीब ही हो सकता है। सोने की चम्मच मुंह में लेकर पैदा होकर कॉरपोरेट राजनीति करने वाले और मौका मिलते ही पूरे प्रदेश को लूटने वाले कैसे चाय वाले हो सकते हैं।

पिछले वचन पूरे नहीं किए
सीएम ने कहा कि कांग्रेस लगातार बैठक करके झूठ पत्र बना रही है। सीएम ने कहा कि कांग्रेस की रीति यह है कि वचन जाए पर दंभ ना जाए। जिन्होंने पिछले वचन पूरे नहीं किए। अब वह नए वचन देने पर अड़े है। उन्होंने सवाल पूछा कि पिछड़ा वर्ग के छात्रों को शिक्षा के लिए आयसीमा 10 लाख तक बढ़ाई जाएगी। यह वचन पूरा क्यों नहीं किया?

बेटियां कर रही कमला
सीएम ने बताया कि लाडली बहना योजना में 54 लाख 17 हजार 429 रजिस्ट्रेशन हो चुके है। उन्होंने कहा कि यह आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश में बहनों के परिश्रम से 45 प्रतिशत स्टार्टअप बेटियां चला रही है।

मेरे बयान को शरारतपूर्ण ढंग से पेश किया
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि विधायकों को लेकर मेरे बयान को शरारतपूर्ण ढंग से पेश किया गया। मैने यही कहा कि जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं का महत्व है। भाजपा के बहुत से विधायक मेरे संपर्क में है। लेकिन उन्हीं विधायकों को महत्व है, जिनकी जमीन पर पकड़ मजबूत है।

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