Reported By Dy. Editor, SACHIN RAI, 8982355810
भारत में 15 दिन के अंदर तीसरे रूसी नागरिक की मौत हुई है। इस बार रूसी नागरिक मिलाकोव सर्गेई की लाश ओडिशा के एक कार्गो शिप (मालवाहक जहाज) में मिली है। मिलाकोव शिप के चीफ इंजीनियर थे। इसके पहले ओडिशा के ही रायगढ़ में दो रूसी नागरिकों की मौत हुई थी। इनमें एक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की समर्थक पार्टी के नेता और दिग्गज कारोबारी पावेल एंतोव थे, तो दूसरे उनके दोस्त।
अब तीसरी संदिग्ध मौत ने कई तरह के सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या ये महज संयोग है या फिर किसी साजिश का हिस्सा? अचानक क्यों रूसी नागरिकों की मौत हो रही है? मरने वाले ज्यादातर रूस के बड़े कारोबारी या अफसर थे। पिछले एक साल में 10 से ज्यादा कारोबारियों की मौत हो चुकी है।
इसमें किसी की मौत अस्पताल तो किसी की होटल की छत से गिरने से हुई। कईयों को गोली मारी गई और कुछ के शरीर में जहर मिले। आइए जानते हैं कि रूसी नागरिकों की मौत हुई है वो कौन थे? क्या कारोबार करते थे? कैसे उनकी मौत हुई? राष्ट्रपति पुतिन से उनके क्या संबंध थे?
1. व्लादिमीर बिडेनोव : 61 साल के रूसी नागरिक व्लादिमीर बिडेनोव 22 दिसंबर को ओडिशा के एक होटर में मृत मिले थे। बिडेनोव के साथ उनके साथ पावेल एंतोव भी थे, जो रूस के सांसद थे और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पार्टी के सदस्य थे। 22 दिसंबर को व्लादिमीर बिडेनोव अपने कमरे में मृत पाए गए थे। इसके बाद पुलिस ने उनके शव का पोस्टमार्टम कराया था।
2. पावेल एंतोव : व्लादिमीर बिडेनोव की मौत के दो दिन बाद उनके दोस्त 65 साल के पावेल एंतोव की होटल की तीसरी मंजिल से गिरकर संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। पावेल रूस के सांसद थे और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पार्टी के सदस्य थे। 24 दिसंबर को होटल के बाहर पावेल की लाश खून से लथपथ मिली। आशंका जताई जा रही है कि होटल के तीसरी मंजिल की खिड़की से गिरने के चलते पावेल की मौत हुई। यूं तो पावेल रूस के राष्ट्रपति पुतिन की समर्थक पार्टी से थे, लेकिन यूक्रेन से युद्ध के बाद से उन्होंने पुतिन की खूब आलोचनाएं शुरू कर दीं थीं। उन्होंने रूस की तरफ से कीव पर की जा रहीं एयर स्ट्राइक्स को रूसी आतंक करार दिया था और कहा था कि हमले में यूक्रेनी नागरिकों की जान जा रही है। इसके बाद से पावेल और पुतिन के रिश्ते खराब हो गए थे।
3. मिलाकोव सर्गेई : मंगलवार को ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले के पारादीप बंदरगाह में डेरा डाले एक जहाज में रूसी नागरिक मिल्याकोव सर्गेई की लाश मिली। 51 साल के सर्गेई जहाज ‘एम बी अलदना’ के मुख्य इंजीनियर थे। यह जहाज बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह से पारादीप के रास्ते मुंबई जा रहा था। मंगलवार सुबह करीब 4.30 बजे सर्गेई जहाज के चेंबर में मृत मिले। पारादीप पुलिस ने कहा कि मौत की वजह तत्काल पता नहीं चल सकी है। पारादीप पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन पीएल हरानंद ने रूसी इंजीनियर की जहाज में मौत की पुष्टि की है। मामले की जांच चल रही है।
ओडिशा क्या करने गए थे तीनों रूसी नागरिक?
व्लादिमीर बिडेनोव और पावेल एंतोव अपने चार दोस्तों के साथ दिसंबर में दिल्ली पहुंचे थे। यहां से दिल्ली के टूर गाइड जितेंद्र सिंह के साथ चारों रूसी नागरिक ओडिशा पहुंचे। 20 दिसंबर को कंधमाल जिले के दारिंगबाड़ी की यात्रा की, इसके बाद रायगडा शहर गए जहां 21 दिसंबर को रूसी ग्रुप ने होटल में चेकइन किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, रूसी सांसद पावेल एंतोव अपने साथियों के साथ अपना जन्मदिन मनाने ओडिशा पहुंचे थे। वहीं, तीसरे मृतक मिलाकोव सर्गेई एक मालवाहक जहाज के साथ ओडिशा पहुंचे थे।
सालभर में दस से ज्यादा रूसी कारोबारियों, अफसरों की संदिग्ध मौत
पिछले एक साल में रूस के कई बड़े उद्योगपतियों की रहस्यमयी तरीके से मौत हो चुकी है। इनमें कुछ राष्ट्रपति पुतिन के करीबी रहे तो कुछ आलोचक भी रहे। मृतकों में कई तेल और गैस के व्यवसाय से जुड़े हुए थे।
1. एजेक्जेंडर ट्युलाकोव: रूस और यूक्रेन जंग शुरू होने के कुछ घंटे बाद ही गजप्रॉम तेल कंपनी से जुड़े दिग्गज व्यवसायी अलेक्जेंडर ट्युलाकोव का शव उनके घर के गैराज में फंदे पर झूलते हुए मिला था। पुलिस जब जांच को पहुंची तो कंपनी के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर घुसने नहीं दिया। काफी देर बाद उन्हें पुलिस को अंदर जाने दिया गया। ठीक इसी तरह कुछ दिन बाद यूक्रेन के तेल व्यवसायी मिखाईल वाटफोर्ड की लाश भी गैराज में फांसी के फंदे पर मिली थी।
2. मिखाइल वाटफोर्ड: रूस और यूक्रेन युद्ध शुरू होने के कुछ दिन बाद 28 फरवरी को दक्षिण पूर्व इंग्लैंड के अपने घर में यूक्रेन के व्यवसायी मिखाइल वाटफोर्ड मृत मिले थे। वाटफोर्ड की लाश उनके घर के गैराज में फांसी के फंदे से मिली थी।
3. व्लादिस्लाव अवायव: 18 अप्रैल को रूसी गैस कंपनी के बैंक गजप्रॉमबैंक के पूर्व उपाध्यक्ष व्लादिस्लाव अवायव, उनकी पत्नी और बेटी की मॉस्को के एक अपार्टमेंट में मृत मिले थे। अपार्टमेंट अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़ने पर सबसे पहले पुलिस की नजर मरे हुए अवायव पर पड़ी जिनके हाथ में बंदूक थी। उनकी गर्भवती पत्नी और उनकी बेटी उनके बगल में फर्श पर थीं और दोनों की गोली मारकर हत्या की गई थी। अधिकारियों ने इसे पारिवारिक विवाद बताया। ठीक इसी तरह अगले ही दिन रूस के नेचुरल गैस कंपनी नोवाटेक के महाप्रबंधक सर्गेई प्रोटोसेन्या, उनकी पत्नी और उनकी बेटी की मौत हुई थी। 10 of 18
4. सर्गेई प्रोटोसेन्या: इसी साल 19 अप्रैल को स्पेन के कैटालोनिया में रूस के दिग्गज बिजनेसमैन सर्गेई प्रोटोसेन्या, उनकी पत्नी और बेटी की लाश मिली थी। प्रोटोसेन्या की लाश घर के बगीचे में लटकी मिली थी, जबकि पत्नी और बेटी की किसी धारदार हथियार से हत्या की गई थी। प्रोटोसेन्या के बेटे ने जब कई बार पिता को फोन किया और नहीं उठा तो उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस जब उनके घर पहुंची तो लाशों का ढेर देखकर दंग रह गई। सर्गेई प्रोटोसेन्या रूस के नेचुरल गैस कंपनी नोवाटेक के महाप्रबंधक थे।
5. अलेक्जेंडर सुबोटिन: रूस की तेल कंपनी लुकोईल के पूर्व महाप्रबंधक अलेक्जेंडर सुबोटिन की मौत भी संदिग्ध हालत में हुई। इसी साल सात मई उनकी लाश मॉस्को के एक तहखाने में मिली थी। जांच हुई तो उनके शरीर में जहर मिला। पता चला कि किसी ने उन्हें जहर का इंजेक्शन देकर मार डाला। मौत से पहले अलेक्जेंडर को खूब शराब और ड्रग्स भी दी गई थी। अलेक्जेंडर उसी कंपनी में थे, जिसके मालिक रविल मागनोव थे। अलेक्जेंडर के बाद ही रविल की भी संदिग्ध मौत हो गई थी।
6. यूरी वोरोनोव: 19 जुलाई को सेंट पीटर्सबर्ग स्थित अपने घर के स्विमिंग पूल में 61 साल के यूरी वोरोनोव का मृत शरीर पानी में तैरता मिला था। यूरी रूस के बड़े व्यवसायी थे। वह एस्ट्रा शिपिंग कंपनी के सीईओ और संस्थापक थे। यूरी वोरोनोव के शरीर पर गोली का निशान मिला। पुलिस के मुताबिक किसी ने उनकी गोली मारकर हत्या की है। रूसी जांच एजेंसी ने बताया कि मृत शरीर मिलने से करीब 14 घंटे पहले उनकी मौत हुई थी। वोरोनोव की पत्नी ने पुलिस को बताया कि पैसे को लेकर बिजनेस पार्टनर के साथ उनका झगड़ा हुआ था।
7. रविल मगनोव : इसी साल 31 अगस्त को रूस के सबसे बड़े तेल व्यवसायी और व्लादिमीर पुतिन के करीबी रविल मगनोव की मॉस्को के एक अस्पताल में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। रविल की मौत भी अस्पताल की खिड़की से नीचे गिरने से हुई थी। हालांकि, तेल कंपनी ‘लुकोइल’ ने अपने बयान में कहा कि रविल मगनोव की मौत एक गंभीर बीमारी से हुई है। रविल ने राष्ट्रपति पुतिन की यूक्रेन युद्ध को लेकर आलोचना की थी। तीन मार्च 2022 को रविल मगनोव ने एक कार्यक्रम में रूस और यूक्रेन जंग पर कहा था कि बातचीत के जरिए जल्द से जल्द इस जंग को खत्म करना चाहिए। रविल की मौत के बाद उनकी कंपनी और रूसी मीडिया एजेंसी ने अलग-अलग बयान जारी कर दिए।
पुतिन के इन आलोचकों की भी हो चुकी है संदिग्ध मौत
अलेक्जेंडर लिट्विनेंको : केजीबी के पूर्व एजेंट और राष्ट्रपति पुतिन के आलोचक अलेक्जेंडर लिट्विनेंको की भी संदिग्ध मौत हो चुकी है। लिट्विनेंको के शरीर में रेडियोएक्टिव पोलेनियम जहर पाया गया था। लिट्विनेंको एफएसबी के डायरेक्टर थे, जिसे पुतिन संचालित करते थे। बाद में उन्होंने इसे छोड़ने के बाद पुतिन की जमकर आलोचना की थी। लिट्विनेंको ने 1991 में एक अपार्टमेंट में हुई बमबारी के लिए भी पुतिन को जिम्मेदार ठहराया था। इसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
अन्ना पोलितकोवस्काया : रूस की पत्रकार अन्ना पोलितकोवस्काया की 2006 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस वक्त अन्ना अपने अपार्टमेंट की लिफ्ट में थीं। उन्होंने एक किताब लिखी थी, जिसमें पुतिन की खूब आलोचना की गई थी।