विहिप ने कहा- स्कूल में हिंदू बच्चों को सांता के रूप नहीं किया जाए तैयार, भारत संतों की भूमि है

news reporter surendra maravi 9691702989

विश्व हिंदू परषिद ने कहा कि सभी स्कूलों से अनुरोध है कि माता-पिता की पूर्व अनुमति के बिना हिंदू बच्चों को सांता क्लॉज के रूप में तैयार न करें और अगर कोई स्कूल ऐसा करता है, तो विहिप संबंधित स्कूल के खिलाफ विरोध करेगा।

सांकेतिक तस्वीर

क्रिसमस डे पर सांता क्लाज की ड्रेस पहनने और स्कूल में ट्री लाने को लेकर मध्यप्रदेश में विवाद खड़ा हुआ है। विश्व हिंदू परिषद(विहिप) ने कहा कि उन्हें कुछ ऐसी घटनाओं की जानकारी मिली थी, जहां राज्य के कुछ स्कूल छात्रों को क्रिसमस समारोह के लिए सांता क्लॉज के रूप में तैयार होने के लिए मजबूर किया जा रहा था। विहिप ने कहा कि यह हिंदू संस्कृति पर हमला है। हिंदू बच्चों को राम, कृष्ण, गौतम बुद्ध, महावीर, गुरु गोविंद सिंह के रूप में तैयार किया जा सकता है, लेकिन सांता के रूप में नहीं। भारत संतों की भूमि है, संता की नहीं।

विश्व हिंदू परषिद ने कहा कि सभी स्कूलों से अनुरोध है कि माता-पिता की पूर्व अनुमति के बिना हिंदू बच्चों को सांता क्लॉज के रूप में तैयार न करें और अगर कोई स्कूल ऐसा करता है, तो विहिप संबंधित स्कूल के खिलाफ विरोध करेगा। विश्व हिंदू परषिद ने हाल ही में तेलंगाना के स्वास्थ्य निदेशक जी श्रीनिवास राव की इस टिप्पणी पर आपत्ति जताई थी कि ईसा मसीह ने कोविड को खत्म कर दिया और उनके इस्तीफे की मांग की। विश्व हिंदू परिषद ने स्वास्थ्य निदेशक, श्रीनिवास राव गडाला के इस्तीफे की मांग की। साथ ही कहा कि उनके बयान से बहुसंख्यक हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने हिंदू धर्म के सभी देवी-देवताओं का अपमान किया है। विहिप ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से मांग कि स्वास्थ्य मंत्री हरीश राव कि उन्हें उनके पद से हटा दिया जाना चाहिए। 

उधर, श्रीनिवास राव ने स्पष्ट किया कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया और अपने भाषण में उन्होंने कहा कि सरकार की पहल सभी स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग और सभी धर्मों के लोगों की प्रार्थनाओं के कारण कोविड को हराया गया है।

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