विभिन्न मांगों को लेकर मंडी में सभा:मानकर जाति को अनुसूचित जनजाति में करें शामिल
नारे लगाकर शहर में रैली निकालते समाज के लोग।
मानकर उत्थान समिति मप्र के बैनर तले मानकर समाज के लोगों ने विभिन्न मांगों को लेकर मंडी में सभा की। इसके बाद शहर के मुख्य मार्ग से रैली निकालकर कलेक्टोरेट पहुंचकर राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। मानकर उत्थान समिति मप्र के प्रदेश अध्यक्ष रतनसिंह चौगड़े ने बताया मानकर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग की है। हमें जीने का अधिकार, समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, उन्नति का अधिकार देने आदि की मांग की है।
दोपहर में मंडी में समाज की आम सभा हुई। इसमें खरगोन, धार, बड़वानी, इंदौर व देवास सहित अन्य स्थानों से लोग आए। इसके बाद रैली निकाली। इसमें समाज के वरिष्ठ के बाद समाज की महिलाएं व सबसे अंत में समाज के युवा शामिल थे। रैली मंडी से शुरू होकर कलेक्टोरेट पहुंची। जहां पर राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया कि मप्र में निवासरत मानकर जाति जिनका रहन सहन रीति रिवाज, वेशभूषा, भाषा, संस्कृति, जीवन शैली आदि आदिवासी समाज की तरह है लेकिन टंकण की त्रुटि व मानवीय मूल के कारण मानकर जाति वर्तमान में घोषित पिछड़ा वर्ग की सूची क्र. 56 मानकर नहाल के रूप में दर्ज है।
जंगली जनजाति मजदूरी करना कैफियत के कालम में मानकर की उपजाति निहाल अनुसूचित जनजाति में शामिल है। मानकर की उपजाति निहाल अजजा की क्र 27 पर दर्ज है। जिसमें कोरो निहाल नापी दर्ज है। उपरोक्त आधार पर मानकर जाति को भी अजजा में शामिल करना उचित होगा। प्रदेश महासचिव महिपाल सिंह ठाकुर, दिनेश डोडवे, छोटू चौहान, महादेव ठाकुर, कैलाश चौहान सहित अन्य समाज के लोग उपस्थित थे।