8 साल की उम्र में आईआईटी जाने का सपना नहीं देखा था ना ही मेरी होम स्कूल इन हुई विकिपीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर लिखी यह बातें मनगढ़ंत है हां मेरे लिए टेक्स्ट ट्रांजिशन अहिंसा क्योंकि इसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ा बचपन में 5 साल के इंतजार के बाद घर में पुराना रोटरी डायल वाला फोन लगा तब उन लोगों को देखा जो हमारे घर फोन करने आते थे मुझे हमेशा स्पष्ट रहा है कि टेक्नोलॉजी बदलाव ला सकती है मेरी कोशिशें टेक्नोलॉजी आसान पहुंच की रही है यह बातें अल्फाबेट सीईओ सुंदर पिचाई ने स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के छात्रों से कहीं।