नाबार्ड ने किया मध्यप्रदेश हेतु रुपए 2,42,967 करोड़पति शरण संभाव्यता का अंकतन

नाबार्ड ने मध्य प्रदेश राज्य में वर्ष 2022-23 हेतु बैंकों के टी ए प्राथमिकता क्षेत्र के के अंतर्गत रुपए 2,42,967 करोड़ का चरण संभावित कानाबार्ड ने किया मध्यप्रदेश हेतु रुपए 2,42,967 करोड़ का अंकतन किया है जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 11% अधिक है इसी क्रम में आज दिनांक 25-11-2021 को होटल कोर्टयाड मैरियट भोपाल के सभाकक्ष मैं नाबार्ड द्वारा टी एस राजी गेन महाप्रबंधन नाबार्ड श्री उमेश कुमार पांडे मुख्य महाप्रबंधन स्टेट बैंक ऑफ इंडियन श्री एस डी महुरकर फील्ड महाप्रबंधन सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और एस एल बी सी आयोजक श्री मनोज गोविंल प्रमुख सचिव श्री भास्कर लक्षकार आई.ए.एस आयुक्त संस्थागत वित्त संचनालय मध्य प्रदेश शासन तथा प्रदेश के प्रमुख बैंक अधिकारियों द्वारा मिलकर वर्ष 2022-23 के लिए रुपए2,42,967 करोड़ के चरण अंकलन बाले स्टेट फॉक्स पेपर का विमोचन किया

माननीय वित्त मंत्री श्री देवड़ा जी ने नाबार्ड द्वारा अंकलित रुपए 2,42,967 करोड़ के स्टेट फॉक्स पेपर का विमोचन करते हुए कहा कि नाबार्ड भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण संस्था है जो प्रतिवर्ष राज्य में बैंकों के माध्यम से बांटे जाने वाले चरण का आंकलन करती है नाबार्ड का यह प्रयास सराहनीय है उन्होंने बैंकों और राज्य सरकार प्रतिनिधियों से आधान किया की वह कंधे से कंधे मिलाकर मिलजुल कर कार्य करें जिससे प्रदेश के ग्रामीण और कृषि क्षेत्र का विकास किया जा सके बैंक अर्थ व्यवसाय में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उनके सकारात्मक सहयोग के बगैर आर्थिक एवं सामाजिक उन्नति संभव नहीं है अतः राज्य सरकार नाबार्ड आरबीआई और सभी बैंकों से अहान करते हुए कहा कि नाबार्ड द्वारा अंकलित रुपए 2,42,967 करोड़ के स्टेट फॉक्स पेपर के अनुसार अगले वित्तीय वर्ष में बैंक कम से कम रुपए2,42,967 करोड़ का वितरित जा सके मध्य प्रदेश सरकार कृषि और ग्रामीण विकास के लिए संकल्पबध्द है तथा इसके लिए हर जरूरी सहायता उपलब्ध कराएगी।

श्रीमती टी एस राजी गैन मुक्त महाप्रबंधक नाबार्ड ने कृषि तथा ताज संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में विकास की संभावना पर प्रकाश डाला था बताया कि वर्ष 2022-23 के लिए रुपए2,42,967 करोड़ के कुल शरण अनुसार मैं से लगभग 74% कृषि के तहत है जिसमें फसली ऋण पर रुपए 1,18,288 करोड़ और कृषि सवधी शरण पर रुपए 62.693 करोड़ देखने का अनुमान है जटकी एलएसएमई के तहत रुपए 39,267 करोड़ एवं अन्य प्राथमिकता क्षेत्र (निर्यात चरण शिक्षा आवास नवीकरणीय ऊर्जा अन्य और सामाजिक बुनियादी ढांचे) पर रुपए 22,715 करोड़ शरण देने का अनुमान है

उन्होंने वर्ष 2023 तक आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश बनाने के लिए प्रदेश के 100% किसानों तक केसीसी कवरेज बढ़ाने ग्रामीण बुनियादी ढांचे में निवेश और कृषि उत्पादक समूह के वित्तपोषण पर प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया उन्होंने प्रदेश में कृषि उत्पादों के मूल्यवृद्धिकरण के लिए प्रयास करना समय की आवश्यकता बताया और कहा कि आने वाले वर्ष में प्रदेश के 13 जिलों में इसके लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे उन्होंने नाबार्ड द्वारा राज्य में चलाई जा रही ग्रामीण भंडारण 10,000 एचपीओ, बाडी वाटशेड वित्तीय समावेशन सहकारी बैंकों को मदद स्वयं सहायता समूह के सदस्यों तथा ग्रामीण युवाओं का कौशल उन्नयन आर आई डी एफ के अंतर्गत राज्य सरकार को रुपए 4000 करोड़ की सहायता तथा बैंकों को रु 15000 करोड़ से अधिक की पूर्ण वृत्ति सहायता आदि विषयों एवं योजनाओं पर प्रकाश डाला।

इसी दौरान मंच से प्रदेश स्वयं सहायता समूह वित्तीय साक्षरता किसान उत्पादक समूह संवर्धन आदि में उत्कृष्ट कार्य के लिए उलिखित गतिविधियों में बैंकों को पुरस्कृत किया साथ ही इस अवसर पर प्याज भंडारण पर वे केवल मॉडल योजनाओं की पुस्तिका का विमोचन भी किया गया

श्री एस डी माहूरगढ़ फील्ड महाप्रबंधक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और एस एल बीसी संयोजक ने नाबार्ड द्वारा एक ब्लॉक से लेकर प्रदेश स्तर पर एक व्यापक दस्तावेज तैयार किए जाने के प्रयासों की सराहना की जो मध्य प्रदेश की प्रगति के लिए चरण लक्ष्य तय करने में सहायक होगा उन्होंने कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में नाबार्ड की बौद्धिक क्षमता दूरदर्शिता अनुभव तथा लक्ष्य तक पहुंचने की क्षमता की भूरी भूरी प्रशंसा की और सभी बैंक प्रतिनिधियों की ओर से आव्श्रस्त किया कि इस लक्ष्य को पाने के लिए सभी बैंक मिलकर प्रयास करेंगे।

इस अवसर पर राज्य सरकार के विभिन्न विभागों और निगम के वरिष्ठ अधिकारी तथा विभिन्न बैंकों के वरिष्ठ कार्यपालक उपस्थित थे।

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