पोषण आहार का काम करने वाले आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय के करोड़ों रुपए बांटने में बड़ा खेल पकड़ में आया है। यह खेल 6 जुलाई भोपाल रायसेन,अलीराजपुर, झाबुआ, भिंड और मुरैना में महिला एवं बाल विकास विभाग के 40 अफसरों और निचले कर्मचारियों ने मिलीभगत कर किया।
इन लोगों ने मानदेय के 11 करोड़ रुपए कार्यकर्ताओं के बैंक खाते में ना डालकर अपने और रिश्तेदारों के अकाउंट में जमा कराएं। यह मामला सबसे पहले 2017 में की गई एक सामान्य शिकायत में पकड़ मैं आया था, लेकिन तब निचले स्तर के सिर्फ चार कर्मचारियों को बर्खास्त कर दवा दिया गया था, लेकिन अब कई अफसरों की साजिशन मिलीभगत पकड़ में आने से इसमें कार्यवाही तेज कर दी गई है। अब इन्हें ताबड़तोड़ नोटिस दिए जा रहे हैं
महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक डॉ़ रामराव भोसले ने बताया कि 4 और को सस्पेंड कर दिया गया है। दोषियों पर एफ आई आर भी कराई जा रही है बता दें कि विभाग के अपर मुख्य सचिव अशोक शाह मैं इस मामले की फाइल दोबारा बु
विभाग के अधिकारी सूत्रों का कहना है कि मानदेय, यात्रा भत्ता और आंगनवाड़ी भवन के किराए के भुगतान के लिए विभाग में एक ग्लोबस फंड बनाया गया है। इसी का गड़बड़ी करने वालों ने फायदा उठाया। एक खाते में मानदेय का पैसा डाला और इतना ही पैसा अपने व रिश्तेदारों के खाते में भी डलवा दिया। ऐसा 90 खाते सामने आ चुके हैं।