योग ही स्वस्थ जीवन का मूल आधार

10 वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् , भोपाल में दिनांक 21.06.2024 को आयोजन किया गया। इस वर्ष की योग थीम “स्वंय एवं समाज के लिये योग” पर आधारित थी। परिषद् के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डाक्टर राजेश शर्मा द्वारा आमंत्रित योग विशेषज्ञ सुश्री तरूना सोनी का पुष्प गुच्छ से प्रारंभ में स्वागत किया गया। आयोजित योग शिविर में परिषद् के वैज्ञानिक/कर्मचारी भाग लेने हेतु उपस्थित हुये। योग अभ्यास क्यों किया जाना चाहिए? इसके क्या फायदे हैं? ये कुछ ऐसे सामान्य प्रश्न हैं जो हम सभी के मन में समय-समय पर उठते रहते हैं। योग केवल शारीरिक विकास/ स्वास्थ के लिए ही नहीं बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक विकास के लिए भी महात्वपूर्ण है। योग न केवल व्यायाम या प्राणायाम नहीं है, बल्कि अपने आप में एक संतुलित जीवन शैली है। एक आदर्श दिनचर्या अनुसार प्रतिदिन समय से उठना, खाना और व्यायाम करना बहुत जरूरी है।
हमें अपनी मानसिक एवं वैज्ञानिक सोच अर्थात् हम क्या सोच रहे हैं, पढ़ रहे हैं अथवा देख रहे हैं उस पर भी ध्यान देने की आवष्यकता है। इन सभी बातों को केन्द्रीत कर परिषद् में आवश्यक योग का अभ्यास कराया गया। जो हमारे शरीर के प्रत्येक अंग को कुशलतापूर्वक कार्य करने में मदद करते हैं। योग शिविर में विभिन्न योग जैसे चक्की चालन आसन, नौका चालन आसन, मेरुदंड, कटिचक्रासन, मेरूआकर्षण, पवन मुक्त आसन, सेतु आसन, मर्कट आसन, ताड़ आसन, भुजंग आसन, शलभासन, धनुर आसन इत्यादि सम्मिलित किये गये। कपाल भाति क्रिया, अनुलोम-विलोम प्राणायाम और ओम के उच्चारण के साथ योग सत्र का समापन किया। इस अवसर पर परिषद् के प्रशासन प्रमुख डॉ. प्रावीण दिघार्रा वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक एवं डॉ. सुनील गर्ग, प्रभारी विज्ञान लोकव्यापीकरण ने अपने महानिदेशक एवम सभी वैज्ञानिकों व कर्मचारियों का आभार जताया एवं दैनिक जीवन में योग को एक आवश्यक क्रिया के रूप में अपनाने हेतु आहृान किया।

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