मास्को: यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को बड़ी धमकी दी है। पुतिन ने परमाणु युद्ध को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में पश्चिमी देशों को चेतावनी दी कि रूस की संप्रभुता या क्षेत्रीय अखंडता को खतरा पैदा होता है तो वह अपनी रक्षा के लिए हर उस साधन का इस्तेमाल करेगा जो उसके पास मौजूद है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि पश्चिमी देश बार-बार रूस पर परमाणु धमकी देने का आरोप लगा रहे हैं लेकिन यह गलत है। उन्होंने कहा कि यह अमेरिका है जिसने जापान में दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान परमाणु बम गिराया था। पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया से बातचीत में कहा कि रूस का परमाणु सिद्धांत इस बात की अनुमति देता है कि कई तरह के खतरों में इस तरह के हथियार का इस्तेमाल किया जा सकता है। पुतिन ने कहा कि कुछ कारणों से पश्चिमी देशों को भरोसा है कि रूस परमाणु बम का इस्तेमाल नहीं करेगा। हमारा एक परमाणु सिद्धांत है, उसको देखिए क्या कहता है। अगर किसी का कदम हमारी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को खतरा पैदा करता है तो हम अपने बचाव के लिए मौजूद हर विकल्प का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
जर्मनी के हथियारों पर बरसे पुतिन
इससे पहले पुतिन ने बुधवार को जर्मनी को चेतावनी दी कि यूक्रेन द्वारा रूस पर हमला करने के लिए उसके (जर्मनी के) हथियारों का इस्तेमाल किया जाना एक ”खतरनाक कदम” होगा और इससे बर्लिन एवं मॉस्को के संबंध समाप्त हो जाएंगे। जर्मनी ने हाल में अमेरिका के साथ मिलकर यूक्रेन को रूसी धरती पर कुछ लक्ष्यों पर हमला करने के लिए अधिकृत किया है और इसके लिए वह कीव को लंबी दूरी के हथियारों की आपूर्ति कर रहा है। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को जर्मन टैंकों की आपूर्ति किया जाना रूस में कई लोगों के लिए एक झटका था।
रूसी राष्ट्रपति ने कहा, ‘अब अगर वे रूसी क्षेत्र में प्रतिष्ठानों पर हमला करने के लिए मिसाइलों का उपयोग करते हैं तो इससे रूस और जर्मन के संबंध पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे।’ उन्होंने साथ ही कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में भले ही किसी की भी जीत हो, इससे रूस-अमेरिका संबंधों में कोई बदलाव नहीं होगा। पुतिन ने कहा, ‘अमेरिका के लोग जिस किसी को भी राष्ट्रपति चुनेंगे, हम उसके साथ काम करेंगे।’ रूसी नेता ने इस वार्षिक मंच के जरिये रूस के विकास को दर्शाने और निवेशकों को आकर्षित करने की कोशिश की।