राहुल शर्मा का कहना है कि जब उनकी सरकारी नौकरी लग जाएगी तब विवेक गरीब बच्चों को पढ़ाना नहीं छोड़ेंगे। उनका मानना है कि शिक्षा पर सभी का अधिकार है ,और यह अधिकार गरीब बच्चों से कोई नहीं छीन सकता।
शासकीय शिक्षक बनने के बाद भी देंगे शिक्षा
आजके समय में जहां शिक्षा कोई दुकान है जगह-जगह खुल गई है शिक्षा का पूरी तरीके से बाजारीकरण हो चुका है। वही मुरैना के जैवरा खेड़ा गांव में एक शिक्षक गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहा है। हम बात कर रहे हैं, शिक्षा राहुल शर्मा की जो एक निजी शिक्षक है तथा जेवरा खेड़ा गांव में बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं। उसकी क्लास में अधिकांशत अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के बच्चे पढ़ने आते हैं। शिक्षक राहुल शर्मा के सुलाबिक वे वर्षा 2015 से लगातार गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं। उनका कहना है कि इनका पूरा प्रयास है शिक्षा से कोई छात्र वंचित नहीं रहे। उनके मुताबिक जब वहां विद्यार्थी थी तभी से बच्चों को निशुल्क पढ़ाया करते थे। उनके बाद जब शिक्षक बने तो गरीब बच्चों के प्रति उनके मन में आगाध प्रेम बना रहा, जिसके कारण आज भी वह गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं।
news reporter raju markam 9301309374