राम भक्त हनुमान की मध्य प्रदेश के जबलपुर, छिंदवाड़ा और इंदौर में विशाल प्रतिमाएं विराजित हैं। दूर-दूर से भक्त यहां बजरंगबली का आशीर्वाद पाने पहुंचते हैं। प्रदेश में सबसे बड़ी हनुमान जी की 108 फीट ऊंची प्रतिमा जबलपुर में है, इनके बाद छिंदवाड़ा के सिमरिया में 101 फीट ऊंची प्रतिमा और इंदौर के पितृ पर्वत पर 66 फीट ऊंची प्रतिमा है। आइए जानते हैं संकट मोचक के इन मंदिरों के बारे में…
जबलपुर में मंडला रोड पर चैतन्य सिटी में राम भक्त हनुमान की बैठी हुई अवस्था में 108 फीट ऊंची प्रतिमा है। 80 मूर्तिकारों ने इसे चार वर्ष में तैयार किया और इसे बनाने में कुल खर्च 2 करोड़ रुपये आया है। जबलपुर सहित देश के विभिन्न हिस्सों से भक्त यहां हनुमान जी का आशीर्वाद पाने के लिए पहुंचते हैं।
छिंदवाड़ा के सिमरिया में 101 फीट ऊंचे बजरंगबली
छिंदवाड़ा से 15 किमी दूर सिमरिया में सिद्धेश्वर हनुमान जी की खड़ी हुई अवस्था में 101 फीट ऊंची प्रतिमा है। राजस्थान से आए कलाकारों ने डेढ़ वर्ष में इसे बनाया। इस प्रतिमा के ठीक पास में 111 फीट ऊंचा ध्वजस्तंभ भी है। भगवान हनुमान की प्रतिमा के साथ यहां राम दरबार, भगवान गणेश, शिव-पार्वती, लक्ष्मी-नारायण और दुर्गा माता की प्रतिमा भी हैं।
इंदौर में पितृ पर्वत पर विराजमान है 66 फीट ऊंचे पितरेश्वर हनुमान
इंदौर के पितृ पर्वत पर हनुमान जी की राम नाम भजते 66 फीट ऊंची प्रतिमा है। इस प्रतिमा का वजन 108 टन के करीब बताया गया है। मूर्ति के साथ 9 टन की 45 फीट लंबी गदा, रामकथा और प्रतिमा के ऊपर 3 टन की एक छतरी भी है। ग्वालियर के 125 कारीगरों ने इसका निर्माण दो वर्ष में किया है। प्रतिमा को 264 हिस्सों में बनाया गया है। इंदौर-हातोद रोड पर पहाड़ी पर विराजित हनुमान जी के दूर से दर्शन होने लगते हैं।
news reporter surendra maravi