US के पड़ोसी देश के चुनावों में भी ‘चीनी घुसपैठ’! आरोपों पर बीजिंग ने कही ये बड़ी बात

China News: वैंकूवर में चीनी महावाणिज्य दूतावास ने अपने एक बयान में कनाडाई मीडिया पर ‘चीन को बदनाम करने’ का आरोप लगाया. बयान में कहा गया कि ये आरोप ‘दोनों देशों के लोगों की दोस्ती और हितों को नुकसान पहुंचाएंगे.’

Reported By Dy. Editor, SACHIN RAI, 8982355810

US के पड़ोसी देश के चुनावों में भी ‘चीनी घुसपैठ’! आरोपों पर बीजिंग ने कही ये बड़ी बात

China-Canada Relations: चीन ने कनाडाई मीडिया रिपोर्ट्स का जिक्र करते हुए कनाडा के संघीय चुनावों में हस्तक्षेप करने के आरोपों को खारिज कर दिया है. पश्चिमी शहर वैंकूवर में चीनी महावाणिज्य दूतावास ने शुक्रवार दोपहर के अपने बयान में कनाडाई मीडिया पर ‘चीन को बदनाम करने’ का आरोप लगाया.

एएफपी के मुताबिक यह बयान द ग्लोब एंड मेल अखबार की एक रिपोर्ट के बाद आया, जिसमें गोपनीय खुफिया दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा गया था कि बीजिंग ने 2021 के संघीय चुनावों में हस्तक्षेप किया था.

क्या कहा गया था न्यूज रिपोर्ट में?
अखबार ने बताया कि चीन की सरकार ने लिबरल पार्टी के कुछ उम्मीदवारों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विघटनकारी अभियानों का नेतृत्व करने के लिए राजनयिकों और प्रॉक्सी का इस्तेमाल किया. बता दें कंजरवेटिव विरोधियों के मुकाबले लिबरल को बीजिंग के अधिक करीब माना जाता है.

क्या कहा चीनी दूतावास ने?
चीनी वाणिज्य दूतावास के सामान्य बयान में कहा गया है कि अधिकारियों ने ‘कई मौकों पर यह स्पष्ट किया है कि चीन ने हमेशा अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने के सिद्धांत का पालन किया है और कभी भी कनाडा के किसी भी चुनाव में हस्तक्षेप नहीं किया है.‘ इसमें कहा गया कि ये आरोप ‘दोनों देशों के लोगों की दोस्ती और हितों को नुकसान पहुंचाएंगे.’

बयान में आगे संबंधित मीडिया से पेशेवर नैतिकता का पालन करने,  चीन और महावाणिज्य दूतावास पर धब्बा लगाने और हमला करने पर रोक लगाने और आपसी समझ में सुधार करने के लिए और अच्छे काम करने का आग्रह किया गया है.

प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कही ये बात
शुक्रवार को इस मामले के बारे में पूछे जाने पर, प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार द्वारा जीते गए पिछले चुनाव वैध थे. हालाकि उन्होंने कहा कि वे हस्तक्षेप करने के चीनी प्रयासों के बारे में “लंबे समय” से अवगत थे, लेकिन कनाडाई अपने चुनावों की अखंडता में ‘पूर्ण विश्वास’ रख सकते हैं.

गौरतलब है कि राजधानी ओटावा में, एक संसदीय समिति इन आरोपों की जांच कर रही है कि चीन ने 2019 के चुनाव अभियान में 11 उम्मीदवारों के समर्थन में हस्तक्षेप किया, जिनमें से अधिकांश लिबरल थे.

चीनी-कनाडाई संबंध रहे हैं तनावपूर्ण?
चीनी-कनाडाई संबंध वर्षों से तनावपूर्ण रहे हैं, विशेष रूप से 2018 में कनाडा द्वारा अमेरिका के अनुरोध पर चीनी मल्टीनेशनल Huawei की एक शीर्ष कार्यकारी मेंग वानझोउ की गिरफ्तारी के बाद. वानझोउ 2021 में रिहा हुई थीं.

फिर इस महीने, चार ऑबजेक्ट्स – जिनमें एक विशाल गुब्बारा भी शामिल है को उत्तरी अमेरिका में मार गिराया गया, जिससे संबंधों में और तनाव आ गया. विशाल गुब्बारे को अमेरिकी अधिकारियों ने चीनी निगरानी गुब्बारा कहा था.

पिछले नवंबर में, ट्रूडो ने कहा था कि उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर कनाडा के मामलों में चीनी हस्तक्षेप के मुद्दे पर चर्चा की थी. हालांकि चीनी अधिकारियों ने चर्चा के विवरण की पुष्टि करने से इनकार कर दिया.

चीनी अधिकारियों ने चर्चा के विवरण की पुष्टि करने से इनकार कर दिया.

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