Hanuman Chalisa: हनुमान चालीसा पढ़ने के भी होते हैं नियम, नहीं मानने पर नाराज हो जाते हैं बजरंग बली

How to Read Hanuman Chalisa:  हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिर में भक्तों का हुजूम जुटता है. कई लोग हर रोज सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान चालीसा पढ़ने के भी कुछ नियम होते हैं. 

Reported By Dy. Editor, SACHIN RAI, 8982355810

Hanuman Chalisa: हनुमान चालीसा पढ़ने के भी होते हैं नियम, नहीं मानने पर नाराज हो जाते हैं बजरंग बली

Hanuman Chalisa Effects: कलियुग में भी हनुमान जी मौजूद हैं और अपने भक्तों की दुख-तकलीफें दूर करते हैं. हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिर में भक्तों का हुजूम जुटता है. कई लोग हर रोज सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान चालीसा पढ़ने के भी कुछ नियम होते हैं. अगर आप ऐसा नहीं करते तो बजरंग बली आपसे नाराज हो सकते हैं. आइए आपको बताते हैं. 

कब करना चाहिए हनुमान चालीसा का पाठ?

हनुमान चालीसा का पाठ सूर्योदय और सूर्यास्त के समय करना चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ मंगलवार और शनिवार को शुरू करना चाहिए. अगर ब्रह्म मुहूर्त में हनुमान चालीसा पढ़ते हैं तो शुभ फल की प्राप्ति होती है. 

कितनी बार हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए?

हनुमान चालीसा का पाठ अपनी श्रद्धानुसार 7,11, 21, 40 और 108 बार कर सकते हैं. हनुमान चालीसा का पाठ मंगलवार से शुरू करना बेहद शुभ होता है. 

नियमित पाठ से क्या मिलते हैं फायदे

हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करने से आत्मविश्वास में इजाफा होता है. नकारात्मकता दूर होकर सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है. नई ऊर्जा का संचार होता है. भय, विकार और डर दूर होते हैं. आर्थिक, शारीरिक और मानसिक समस्याओं का नाश होता है. सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है. मुख पर हमेशा तेज रहता है और घर में शांति आती है.

हनुमान चालीसा का पाठ कैसे करें?

हनुमान चालीसा पढ़ने से पहले बजरंग बली की तस्वीर को लाल कपड़े पर विराजमान करें. इसके बाद गाय के घी का दीपक जलाएं. हनुमान चालीसा का पाठ करते वक्त लाल आसन पर बैठें. साफ-सफाई का खासतौर पर ध्यान रखें. स्वस्थ वातावरण और शांत मन से हनुमान चालीसा का पाठ करें. हनुमान चालीसा का पाठ पूर्ण होने पर बूंदी के लड्डू का भोग चढ़ाएं. मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करने से मंगलदोष, साढ़ेसाती जैसे दोषों का निवारण होता है. 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *