नफरत के जरिये ध्यान भटकाकर लोगों की जेब काटी जा रही है : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि सत्तापक्ष देश में नफरत फैलाकर लोगों का ध्यान भटका रहा है ताकि लोगों की जेब काटी जा सके।
नेशनल डेस्क : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि सत्तापक्ष देश में नफरत फैलाकर लोगों का ध्यान भटका रहा है ताकि लोगों की जेब काटी जा सके। उन्होंने देश के एक बड़े उद्योगपति का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लगाम लगी हुई है और उनसे चीजें संभल नहीं रही हैं। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाल रहे राहुल गांधी ने लाल किले के निकट एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इस यात्रा का लक्ष्य भारत को जोड़ने का है। जब हमने यह यात्रा शुरू की तो सोच रहा था कि नफरत को मिटाने की जरूरत है।
मेरे दिमाग में था कि इस देश में सब जगह नफरत फैली हुई है। मगर जब मैंने चलना शुरू किया तो सच्चाई बिल्कुल अलग थी…मीडिया के एक बड़े हिस्से में नफरत की बातें चलाई जाती हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘इस यात्रा के दौरान मैं लाखों लोगों से मिला हूं। सब एक दूसरे से प्यार करते हैं, नफरत नहीं करते हैं। देश के 90 प्रतिशत लोग एक दूसरे नफरत नहीं करते।” राहुल गांधी ने चांदनी चौक की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘यहां मंदिर भी है, मस्जिद है और गुरुद्वारा है। यही हिंदुस्तान है।”
उन्होंने दावा किया कि नफरत फैलाकर ध्यान भटकाया जाता है और हवाई अड्डे, बंदरगाह, सड़कें और देश की संपत्तियां ‘प्रधानमंत्री के मालिकों’ के हवाले कर दी जाती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब कोई जेब काटता है तो पहले यह देखता है कि जिसकी जेब काटी जा रही है, उसका ध्यान भटक जाए। यही देश में हो रहा है कि ध्यान भटकार देश की जेब काटी जा रही है।” कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा रोजगार छोटे व्यापारी देते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी और ‘गलत जीएसटी’ कोई नीतिगत निर्णय नहीं था, बल्कि किसानों और छोटे व्यापारियों को मारने का हथियार था।
उन्होंने कहा, ‘‘अपने मालिकों के लिए प्रधानमंत्री ने छोटे व्यापारियों की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी।” राहुल गांधी ने कहा, ‘‘जैसे प्रेस पर लगाम लगी हुई है उसी तरह देश के प्रधानमंत्री पर लगाम लगी हुई है। वह संभाल नहीं पा रहे हैं।” कांग्रेस नेता ने भाजपा और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘अब ये लोग डर फैला रहे हैं। किसानों, युवाओं, छोटे व्यापारियों और माताओं-बहनों के दिल में डर फैला रहे हैं। भगवान शिव कहते हैं डरो मत, हिंदू धर्म कहता है कि डरो मत। ये लोग हमेशा डर फैलाने की बात करते हैं।” राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हिंदू धर्म में कहां लिखा है कि गरीबों को कुचलना चाहिए, कमजोरों को मारना चाहिए?
हिंदू धर्म में तो गले लगाने की बात होती है।” उन्होंने कहा, ‘‘प्रेस वाले ने मुझसे पूछा कि आपको ठंड क्यों नहीं लगती। ये लोग देश के किसानों और गरीबों से क्यों नहीं पूछते?…हमने 2800 किलोमीटर की पदयात्रा करके कोई बड़ी बात नहीं की। किसान, मजदूर रोजाना चलते हैं।” राहुल गांधी ने सीमा पर चीन के साथ तनाव को लेकर भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘चीन ने हमारी दो हजार वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली। प्रधानमंत्री कहते हैं कि अंदर कोई नहीं आया। अगर कोई नहीं आया तो हमारे सेना ने उनकी सेना के साथ 21 बार बात क्यों की?
”कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हमें ऐसा हिंदुस्तान बनाना है कि शंघाई में कोई युवा जूता खरीदे तो उस पर ‘मेड इन इंडिया’ लिखा हो।” इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कोविड के बहाने यात्रा को रोकना चाहती है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री संसद में मास्क पहनते हैं, लेकिन शादी में जाते हैं तो मास्क नहीं पहनते। खरगे ने कहा, ‘‘ये यात्रा को रोकने के लिए डरा रहे हैं। हम डरने वाले नहीं हैं।” उन्होंने दावा कि चीन के साथ सीमा पर तनाव को लेकर सरकार ने संसद के इस बार के शीतकालीन सत्र में चर्चा नहीं कराई। खरगे ने सवाल किया, ‘‘मोदी जी आप क्यों चीजें छिपा रहे हो?