Tulsi Niyam: तुलसी जी को जल चढ़ाते समय न करें ये गलतियां, क्रोधित हो जाती हैं मां लक्ष्मी
वास्तु शास्त्र के अनुसार रोज सूर्योदय से पूर्व तुलसी में जल चढ़ाने और शाम को घी का दीपक जलाने से सभी कष्ट दूर होते हैं।
Updated: | Fri, 23 Dec 2022 07:37 PM (IST)
Tulsi Niyam: तुलसी में भगवान का वास होता है। तुलसी में मां लक्ष्मी निवास करती हैं। घर के आंगन में तुलसी के होने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार प्रत्येक दिन सूर्योदय से पूर्व तुलसी में जल चढ़ाने और शाम को घी का दीपक जलाने से सभी कष्ट दूर होते हैं। घर का वातावरण सकारात्मक होता है। आपके घर में दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की होती है। लेकिन तुलसी को जल चढ़ाने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। उन्हें ध्यान में रखे बिना जल चढ़ाने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त नहीं होती है। इसलिए इन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
- शास्त्रों के अनुसार, एकादशी के दिन मां तुलसी भगवान विष्णु के लिए निर्जला उपवास रखती हैं। ऐसी स्थिति में तुलसी में जल चढ़ाने से उनका निर्जला उपवास टूट जाता है। तुलसी के क्रोधित होने के साथ ही आपके जीवन में आर्थिक समस्याएं पैदा होने लगती है।
- एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने से भी मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। उनके क्रोधित होने पर व्यक्ति को दरिद्रता का सामना करना पड़ता है।
- तुलसी माता को जल हमेशा सूर्योदय से पहले जल अर्पित करना चाहिए। आप चाहे तो सूर्योदय के समय भी कर सकते हैं।
- तुलसी जी जल अर्पित करते समय बिना में सिलाई वाले साधारण वस्त्र जैसे धोती धारण करें। सिलाई वाले कपड़े धारण करने से पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है।
- तुलसी को अधिक जल नहीं चढ़ाना चाहिए। क्योंकि अधिक मात्रा में जल चढ़ाने से तुलसी की जड़ सड़ जाती है। तुलसी के सूखने की वजह से आपको कई प्रकार के कष्ट झेलने पड़ते हैं।