सरदार सरोवर बांध से डूबे गांव अब रोजगार से होंगे आबाद, नर्मदा नदी में चलेगा क्रूज
चार साल पहले सरदार सरोवर बांध भरने के बाद मध्य प्रदेश के 80 से ज्यादा गांव डूूब गए है। अब नर्मदा नदी में सरकार वाटर टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है। इससे डूबे चुके गांव रोजगार से आबाद होंगे। नदी मेें अब क्रूज चलाने की तैयारी की जा रही है।
मध्य प्रदेश अब नर्मदा घाटी के आसपास वाटूर टूरिज्म को बढ़ावा देने की तैयारी कर रहा है। बड़वानी जिले के राजघाट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक नर्मदा नदी में 135 किलोमीटर लंबाई में क्रूज चलेगा। इसकी लोकेशन के लिए पर्यटन विभाग के अतिरिक्त प्रबंधन निदेशक विवेक श्रौत्रिय अपनी टीम के साथ केवड़िया से निसरपुर तक अलग-अलग लोकेशन का दौरा कर रहे है। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट के लिए विभाग की मंजूूरी मिल चुकी है। कई कंपनियां नर्मदा नदी में क्रूज चलाने के लिए इच्छुक है। इसके लिए फिजिबिलिटी सर्वे भी हो चुका है। इस प्रोजेक्ट पर 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
चार दिन की होगी यात्रा
क्रूज 135 किलोमीटर का सफर चार दिन मेें पूरा करेगा। इस यात्राा से मध्य प्रदेश, गुजरात के अलावा महाराष्ट्र प्रदेश भी जुड़ेगा। पर्यटन विभाग की टीम गुजरात के छोटा उदयपुर, चंदनखेड़ी, निरसपुर गांव का दौरा कर चुकी है। गुजरात सरकार से भी केवड़ेश्वर से पहले टर्मिनल के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने जमीन मांगी है। आपको बता दे कि इंदिरा सागर के बैक वाॅटर में टूरिज्म विभाग ने हनुमंतिया को पर्यटन स्थल के रुप में विकसित किया है। यहां क्रूज का संचालन होता है और दिसंबर-जनवरी में जल महोत्सव भी आयोजित किया जाता है।
डूबा निसरपुर बनेगा टूरिस्ट स्पाॅट
सरदार सरोवर बांध के भरने के बाद कुक्षी के समीप का निरसपुर गांव फिर आबाद होगा। यह गांव सरदार सरोवर बांध के कारण 60 प्रतिशत तक डूब चुका है। यहां पर्यटन विभाग को ५० हेक्टेयर जमीन अलॉट की गई है। पर्यटन विभाग निरसपुर को टूरिस्ट स्पॉट के रुप में विकसित करेंगे।