नगर निकाय चुनाव आरक्षण पर आईं सभी आपत्तियां खारिज, नहीं होगा कोई बदलाव

All objections on reservation of municipal elections rejected, there will be no change

अधिकतर शिकायतें, गलत तरीके से आरक्षण करने की ही रहीं

पीलीभीत। वार्डों के आरक्षण की अनंतिम सूची जारी होने के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय में 80 आपत्तियां आईं थीं। सर्वाधिक आपत्तियां पूरनपुर से और सबसे कम जहानाबाद से आईं। अधिकांश आपत्तियां गलत तरीके से आरक्षण किए जाने की थीं, जिन्हें खारिज कर दिया गया है। अब अंतिम आरक्षण सूची में बदलाव की संभावना बेहद कम है।
पहली दिसंबर को निकाय चुनाव को लेकर वार्डों के आरक्षण की अनंतिम सूची जारी की गई थी। इसके बाद सात और आठ दिसंबर को लोगों से आरक्षण को लेकर दावे और आपत्तियां मांगी गईं थीं। दो दिनों में प्रशासन के पास जिले से 80 आपत्तियां आईं।

उपजिला निर्वाचन अधिकारी राम सिंह गौतम ने निकायों के ईओ की मौजूदगी में जांच कराई। जांच के बाद कोई भी आपत्ति तथ्यपरक नहीं पाई गई। ऐसे में सभी शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया। पत्रावली डीएम को भेज दी गई है, जहां से उसे शासन को भेज दिया गया। अब शासन स्तर से अंतिम आरक्षण सूची जारी की जाएगी।
पूरनपुर नगर पालिका में सर्वाधिक, जहानाबाद में आईं सबसे कम आपत्तियां
निकाय चुनाव को लेकर आरक्षण सूची जारी होने के बाद सात और आठ दिसंबर तक आपत्तियां मांगीं गईं थीं। इसमें सबसे अधिक आपत्तियां पूरनपुर नगर पालिका से 24 आईं, जबकि जहानाबाद नगर पंचायत से मात्र एक ही आपत्ति आई। इसके अलावा पीलीभीत शहर से 16, बीसलपुर से 9, न्यूरिया हुसैनपुर से 10, गुलड़िया भिंडारा से 4, पकड़िया नौगवा से 3, कलीनगर से 6 और बरखेड़ा से 3 आपत्तियां आईं।

पूरनपुर के वार्ड 20 से आईं सर्वाधिक आपत्तियां
निकाय चुनाव में वार्डों के लिए जारी आरक्षण में पूरनपुर के वार्ड 20 को पिछड़ा वर्ग किया गया है। इस वार्ड से आरक्षण को लेकर सबसे अधिक आपत्तियां आईं हैं। लोगों ने जाति के आधार पर आरक्षण में बदलाव की मांग की है। सुनवाई और जांच के बाद आपत्तियों को खारिज कर दिया गया है। इसके अलावा नव सृजित नौगवा पकड़िया के वार्ड एक और सात के आरक्षण पर आपत्ति आई, इसका भी निस्तारण कर दिया गया है।
80 आपत्तियां आईं थीं। सभी को निस्तारित कर दिया गया है। इसकी रिपोर्ट डीएम को भेजी गई है। जहां से इसे शासन को भेज दिया गया है। फिलहाल आरक्षण सूची में बदलाव की संभावना बेहद कम है।
– राम सिंह गौतम, उपजिला निर्वाचन अधिकारी

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