36th National Games: देश की अनेकता में एकता का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों से अलग-अलग भाषा बोलने वाले, अलग-अलग संस्कृति के युवा खिलाड़ी, खेल के प्रति अनूठी भावना रखते हैं, जो पूरे देश को एकता, बंधुता और सौहार्द की प्रेरणा देते हैं.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को गुजरात के सूरत में आयोजित 36वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में प्रतिभागियों को संबोधित किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, सांसद और गुजरात सरकार के मंत्रीगण और विधायक मौजूद रहे। कार्यक्रम में खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के विषय में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि खेल के मैदान की ऊर्जा और खिलाड़ियों की खेल भावना यानि स्पोर्ट्समैन स्पिरिट समाज और जीवन के हर क्षेत्र में उनका मार्गदर्शन करती है। राजनीति, व्यापार, अथवा शिक्षा का क्षेत्र हो, हर क्षेत्र में खेल भावना हमें प्रतिस्पर्धा को सकारात्मक रूप में लेना सिखाती है, ताकि हम सदैव दूसरों को साथ लेकर बिना किसी के प्रति मन में द्वेष रखे निरंतर आगे बढ़ते रहें। खेलों से टीम वर्क की भावना का विकास होता है।
कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने हर्ष व्यक्त किया कि इस वर्ष पहली बार राष्ट्रीय खेलों में पारंपरिक योगासन और मल्लखंभ को भी शामिल किया गया है। यह खेल हमारी विरासत हैं, जिन पर सभी भारतीयों को गर्व है। खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल के बारे में बोलते हुए, लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि खेल के प्रति सरकार की समर्पण के कारण खिलाड़ियों का हौसला बढ़ा है। खेल जगत में देश के बढ़ते प्रोफाइल का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि आज भारतीय खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर कई मेडल जीत रहे हैं। उनके श्रेष्ठतम प्रयासों से तिरंगे को खेल के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली है। खेल के अतिरिक्त योग के माध्यम से भी हमने भारत की पूरे विश्व में एक पहचान बनाई है।
देश की अनेकता में एकता का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों से अलग-अलग भाषा बोलने वाले, अलग-अलग संस्कृति के युवा खिलाड़ी, खेल के प्रति अनूठी भावना रखते हैं, जो पूरे देश को एकता, बंधुता और सौहार्द की प्रेरणा देते हैं। खेल हमारे सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, जिससे शारीरिक, बौद्धिक क्षमता के साथ-साथ चरित्र का निर्माण होता है। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने खेल समेत हर क्षेत्र में महिलाओं के बढ़ती सहभागिता के विषय में कहा कि आज देश की बेटियां मात्र खेलों में ही नहीं बल्कि समाज के हर क्षेत्र में, शिक्षा में, विज्ञान में, तकनीक में भारत का गौरव बढ़ा रही हैं। उन्होंने खुशी जाहिर की कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में भारत की महिला खिलाड़ियों ने लगातार हमारे देश का नाम बढ़ाया है। आजादी के अमृत महोत्सव का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य पर देश को और अधिक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाने का संकल्प सभी देशवासियों को लेना चाहिए। आजादी के अमृत काल में खेल भावना को जीवन के हर क्षेत्र में साकार कर श्रेष्ठ बनने की दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प होना चाहिए।
खेलो इंडिया, फिट इंडिया, यूनिवर्सिटी गेम्स जैसे आयोजनों का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि ऐसे अभियानों ने हमारी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने की एक नई दिशा दी है, नई ऊर्जा दी है तथा सरकार के प्रयासों से खेलों का जमीनी स्तर पर भी हर व्यक्ति को खेल प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल रहा है, अपने कौशल के प्रदर्शन के लिए प्लेटफॉर्म मिल रहा है। इस मौके पर उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि स्वस्थ जनसंख्या, समर्थ युवा शक्ति, मजबूत संकल्प और दृढ़ इच्छा शक्ति वाला भारत ही आज आगे बढ़कर विश्व का नेतृत्व करेगा । लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में भारत के खेल और खिलाड़ी विश्व स्तर पर देश की नई पहचान बनाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे।