1575 किलो गांजा आंध्रप्रदेश के ट्रक से लाया जा रहा है, DRI की इंदौर जोनल यूनिट ने ट्रक चालक और क्लीनर को लिया हिरासत में

राऊ बायपास के पास 3.15 करोड़ का गांजा पकड़ा गया है। 1575 किलो गांजा आंध्रप्रदेश के ट्रक से लाया जा रहा था। गांजे को नमक की बोरियों के बीच छिपाकर रखा गया था। DRI की इंदौर जोनल यूनिट ने ट्रक चालक और क्लीनर को हिरासत में लिया है। DRI (राजस्व आसूचना निदेशालय) पकड़े गए ड्राइवर और क्लीनर से पूछताछ कर रही है। इंदौर DRI अप्रैल से अब तक 8 हजार 300 किलो गांजा अलग-अलग ऑपरेशनों में बरामद कर चुका है। बीते दिन नशे की खेप पकड़ने के लिए DRI ने सागर के पास भी कार्रवाई की थी।दिसंबर में महाराष्ट्र से इंदौर की ओर आ रहे ट्रक में से 400 किलो गांजा बरामद किया गया था। विभाग के अनुसार एक कार्गो ट्रक, जिसमें सीएनजी गैस सिलिंडर परिवहन किए जाते थे, में गांजे को छिपाया गया था। पूरी तरह ढंके इस ट्रक की तलाशी लेने के बाद सिलिंडर के बीच छिपाए गांजे के पैकेट बरामद हुए थे। पिछले वित्तीय वर्ष में DRI की इंदौर जोनल यूनिट ने अब तक करीब 8,300 किलोग्राम गांजा जब्त कर लिया था। इसके साथ ही 58 किलो विदेशी मूल का सोना और 4,545 किलोग्राम विदेशी मूल की चांदी भी DRI इंदौर ने पकड़ी थी। तस्करी कर लाई गई 8 लाख सिगरेट और 4 करोड़ रुपए नकद भी DRI बरामद कर चुका है।आंध्रप्रदेश से सबसे अधिक गांजा तस्करी


ओडिशा और आंध्रप्रदेश से हर साल करोड़ों से अधिक कीमत का गांजा देश के 17 से अधिक राज्यों में पहुंचता है। इन 17 राज्यों में जो गांजा सप्लाई होता है, उसका मुख्य रास्ता छत्तीसगढ़ के बस्तर, महासमुंद और रायगढ़ से होकर गुजरता है। इन्हीं तीन जिलों के अलग-अलग रास्तों से तस्कर गांजे की खेप अलग-अलग राज्यों में लेकर जाते हैं।
सबसे ज्यादा गांजा हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, दमन-दीव, हिमाचल प्रदेश, आंधप्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर में भेजा जाता है। करोड़ों रुपए के इस नशे के कारोबार में कोई एक व्यक्ति या गैंग नहीं, बल्कि ओडिशा और आंध्र के कई गांव के गांव शामिल हैं।

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