गोंड़ समाज महासभा जिला इकाई सतना एवं ब्लॉक इकाई मैहर द्वारा आयोजित सामाजिक बैठक व दीपावली मिलन समारोह धूमधाम से सम्पन्न

गढ़वा अमदरा को ग्राम पंचायत बिनैका के ग्राम गढ़वा में गोंड़ समाज महासभा की जिला इकाई सतना एवं ब्लॉक इकाई मैहर के संयुक्त तत्वावधान में गोंडियन समाज की बैठक आयोजित की गई जिसमें सतना जिला के अध्यक्ष तिरु. गंगा सिंह परस्ते जी , कार्यवाहक अध्यक्ष तिरु.कमल सिंह मरकाम जी ,उपाध्यक्ष तिरु. जगत सिंह मराबी जी , महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष तिरुमाय ममता सिंह ऐलाड़ी जी , कार्यकारणी सदस्य तिरु. मदन सिंह धुर्वे जी , तिरु. तोरण सिंह मराबी जी , एवं ब्लॉक इकाई मैहर से ब्लॉक अध्यक्ष तिरु. जगदीश सिंह इटिया जी , उपाध्यक्ष तिरु. गुलाब सिंह अर्मो जी , कोषाध्यक्ष तिरु. ज्ञान सिंह श्याम जी , सचिव तिरु. नारायण सिंह पोर्ते जी , की उपस्थिति में सामाजिक बैठक का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भुमका प्रकोष्ठ के प्रादेशिक उपाध्यक्ष तिरु. हरि सिंह उइके जी थे एवं विशिष्ठ अतिथि तिरु . फूल सिंह तेकाम (रिटायर्ड एस डी ओ पी) , एवं सरदार सिंह धुर्वे (रिटायर्ड चीफ मैनेजर एस बी आई ) रहे । कार्यक्रम के प्रारंभ में उपस्थित सगासमाज के द्वारा गोंड़ समाज के आराध्य देव प्रकति शक्ति बड़ादेव एवं पारिकुपार लिंगो जी की प्रतिमा पर हल्दी चावल एवं पुष्प अर्पित कर सुमरनी की गई तत्पश्चात सभी अतिथियों का स्वागत हल्दी चावल का टीका लगाकर किया गया । तत्पश्चात जिला इकाई सतना के पदाधिकारियों द्वारा गोंड़ समाज महासभा सर्किल इकाई अमदरा जिसका मुख्यालय गढ़वा में होगा के गठन की घोषणा की गई । आम सहमति से चुने गए पदाधिकारियों की घोषणा कार्यवाहक अध्यक्ष तिरु. कमल सिंह मरकाम जी ने किया । चुने गए सर्किल के पदाधिकारी निम्नानुसार है :-
अध्यक्ष : तिरु. राजकेशर सिंह कोर्टे ( ग्राम गढ़वा )
कार्यवाहक अध्यक्ष : तिरु. समरजीत सिंह पोर्ते (ग्राम तिघरा)
संरक्षक : तिरु. रघुनाथ सिंह श्याम (ग्राम टिसगिली कला )
उपाध्यक्ष : तिरु. लाखन सिंह धुर्वे (ग्राम बिनैका)
उपाध्यक्ष : तिरु. युवराज सिंह पोर्ते (ग्राम करोंदिया टोला)
उपाध्यक्ष : तिरु. इंद्र सिंह श्याम (ग्राम पकरिया )
उपाध्यक्ष: तिरु. प्रहलाद सिंह रुद्र (ग्राम खेरवा)
संगठन मंत्री : तिरु. गया सिंह धुर्वे (ग्राम गढ़वा)
कोषाध्यक्ष : तिरु. धर्मेंद्र सिंह धुर्वे ( ग्राम गढ़वा )
सचिव : तिरु. गया सिंह बरकड़े (ग्राम गढ़वा )
सहसचिव : तिरु. हरिनारायण सिंह खुसराम (ग्राम गढ़वा )
महामंत्री : तिरु. राजेन्द्र सिंह ( ग्राम मोहनिया )
प्रचारक : तिरु. कृष्णराज सिंह सिरसो (ग्राम गढ़वा )
मीडिया प्रभारी : तिरु. वीरेंद्र प्रताप सिंह कोर्टे (ग्राम गढ़वा)
मीडिया प्रभारी : तिरु. ओम प्रकाश खुसराम ( ग्राम गढ़वा )

चुनाव पश्चात जिला इकाई सतना के कार्यवाहक अध्यक्ष तिरु. कमल सिंह मरकाम जी द्वारा अपने उदबोधन में बताया गया कि हमारा समाज जो कि वर्तमान में आर्थिक , सामाजिक व शैक्षणिक दृष्टि से काफी पिछड़ा हुआ है इसके लिए हमे एक जुट होकर समाज के हित में जागरूकता अभियान चलाना होगा । शिक्षा के बिना कोई भी समाज उन्नति नहीं कर सकता । अतः समाज के सभी लोगों को शिक्षित होना होगा । इसके लिए जरूरी है कि सभी माता पिता अपने बच्चों को हर हालत में स्कूल भेजें व उनकी सतत समीक्षा भी करते रहें । ताकि यदि उसके पढ़ाई में कोई रुकावट आ रही हो तो उसे दूर किया जा सके ।
तिरु. सरदार सिंह धुर्वे जी ने कहा कि अनिवार्य शिक्षा के सांथ – सांथ हमें समाज को संगठित भी करना होगा । क्योकि संगठित समाज ही चुनौतियों का सामना कर सकता है । समाज में ब्याप्त कुरीतियों को दूर करने हेतु हमें साहसिक कदम उठाने होंगे । कुछ कुरीतियां हमारे संस्कारों में ऐसी समाहित हो गयी है जिसे निकाल पाना अकेले इंसान के लिए बहुत ही मुश्किल है । इसके लिए हमें सामूहिक निर्णय लेने की आवश्यकता है । अतः समाज का एक जुट होना जरूरी है ।

तिरु. राजकेशर सिंह कोर्टे जी ने अपने संबोधन में बताया कि हमें अपनी संस्कृति , रूढ़ि परंपरा , देव दिवाला व बिरासत की रक्षा के लिए संघर्ष करना होगा । इसके लिए हमे अपने इतिहास की भी जानकारी होनी चाहिए । कोई भी समाज अपना इतिहास जाने बिना भविष्य का निर्माण नही कर सकता । यदि हम इतिहास की ओर देखते है तो हमें पता चलता है कि गोंड़ वंश में भी राजा महाराजा हुए है जिनका साम्राज्य मध्य भारत से लेकर दक्षिण भारत तक था । बड़ी बड़ी रियासते थी । गढ़ा मंडला रियासत के आधीन तो 52 गढ़ एवं 57 परगना थे । किसान व प्रजा बहुत ही खुशहाल थी । राज्य में सोने के सिक्के चलते थे । राजा संग्राम शाह , रानी दुर्गावती , शंकर शाह रघुनाथ शाह इसी रियासत के शासक थे । हमें अपने इन पूर्वजों पर गर्व है किंतु इतिहास के पन्नो में ये बिलुप्त हो गए है , हमें पाठ्यपुस्तकों में इन्हें सामिल कराना होगा ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी अपने पूर्वजों के साहस, शौर्य और बलिदान को जान सकें । सामाजिक स्तर पर हम उच्च स्थान पर थे किंतु कालांतर में हम अपनी संस्कृति , सभ्यता एवं रीतिरिवाजों की रक्षा करते हुए जंगलों में निवास करने लगे जिससे अन्य समाज की तुलना में हम पिछड़ते चले गए । यदि इस दिशा में कोई कार्य नही किया गया तो हम और भी पिछड़ते चले जायेंगे । अतः अब जरूरत है कि समाज के लोग एक जुट होकर इस दिशा में कार्य करें ताकि हमारा समाज पुनः अपने उच्च स्थान को हासिल कर सके ।

हमारे धर्म गुरु भुमका प्रकोष्ठ के प्रादेशिक अध्यक्ष तिरु. हरि सिंह उइके जी द्वारा बताया गया कि हमारा समाज कोयापुनेमी धर्म पर आधारित है जिसे हम वर्षों से मानते चले आ रहे है हम प्रकृति के पुजारी है इसके बिना हमारे जीवन की कल्पना अधूरी है हमें नदी पहाड़ पेड़ पौधे एवं प्रत्येक जीव जंतु में अपने पूर्वजों की शक्ति एवं देवी देवताओं के अंश होने का एहसास होता है किंतु आधुनिकता की दौड़ में हम उन रूढ़ि परंपराओं को भूलकर अपने अपने ढंग से मनाने लगे है जिससे एक समाज एक रिवाज की अवधारणा खो गयी है । आज आवश्यकता है समाज को एक जुट करके हम फिर से अपनी सांस्कृतिक धरोहर को , अपनी संस्कृति को , अपनी रीतिरिवाजों को , अपनी परंपराओं को फिर से स्थापित करें ।

संगठन के जिला अध्यक्ष तिरु. गंगा सिंह परस्ते जी ने बताया कि हमारा संगठन इसी सिद्धांत के सांथ काम कर रहा है ” शिक्षित बनो , संगठित रहो , एवं संघर्ष करो हमारे संगठन का एक ही ध्येय है “एक समाज , एक रिवाज और एक आवाज”

अंत में कार्यक्रम के आयोजक तिरु. गया सिंह धुर्वे जी द्वारा आये हुए सभी अतिथियों व सगासमाज को यहां आने व कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया गया व धन्यवाद ज्ञापित किया । एवं आशा व्यक्त किया कि यहां पर वक्ताओं द्वारा जो भी बिचार व्यक्त किये गए है उन पर अवश्य ही मनन करेंगे व एक जुट होकर समाज के उत्थान के लिए कार्य करेंगे ।

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