भोपाल 29 जून. गुरुवार को ट्राइबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने प्रांताध्यक्ष डी के सिंगौर की अगुवाई में प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य विभाग ई रमेश कुमार, उपसचिव दिशा प्रणय नागवंशी, उपसचिव मीनाक्षी सिंह, अपर संचालक सुधीर जैन और सारस प्रभारी सीमा सोनी से ट्राइबल के शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं को लेकर मुलाकात की। इस अवसर पर एसोसिएशन के प्रांतीय महासचिव शिरीन कुरेशी, महासचिव सुरेश यादव, संयुक्त सचिव अरुण कुशवाहा, धार जिलाध्यक्ष शैलेश मालवीय सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
उच्च पद प्रभार और क्रमोन्नति में आएगी गति – संगठन के पदाधिकारी ने सभी अधिकारियों के समक्ष यह बात जोर-जोर से उठाई कि प्राथमिक माध्यमिक और उच्च माध्यमिक को के उच्च पद प्रभार की कार्यवाही नाम मात्र ही है अधिकांश जिले और संभाग में यह कार्यवाही लंबित है इसी प्रकार क्रमोन्नति की कार्यवाही भी कई जिलों में लंबित है संगठन ने जिलों के नाम सहित अधिकारियों को जानकारी दी। इस सम्बंध में वी सी के माध्यम से सभी जिलों और संभाग में कार्य में गति लाने की बात कही गईं।एसोसिएशन वरिष्ठता सूची और उच्च माध्यमिक शिक्षकों के हाई स्कूल प्राचार्य के पद पर उच्च माध्यमिक शिक्षकों की पदोन्नति के नियम बनाने पर चर्चा हुई। शिक्षकों की संख्या के आधार पर सबसे बड़े सम्भाग इंदौर संभाग में नियमों के अनुसार उच्च पद प्रभार की कार्यवाही की जा रही है इसकी जानकारी दी गईं।
अर्जित अवकाश का लाभ मिले एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस बार शिक्षकों को अर्जित अवकाश का लाभ नहीं मिलने का मुद्दा जोर शोर से उठाया। सभी अधिकारियों को अवगत कराया कि शिक्षकों के अवकाश घटकर आधे हो गए हैं जो अवकाश घोषित होता है उस पर भी सक्षम अधिकारी से हटकर अन्य अधिकारियों द्वारा अवकाश के दिनों में काम करा लिया जाता है और अर्जित अवकाश सेवा पुस्तिका में दर्ज नहीं किया जाता है। इसलिए मांग की गई की शिक्षकों को भी गैर अवकाश कर्मचारी घोषित कर 30 दिन के अर्जित अवकाश की पात्रता दी जाए।अनेक विद्यालय में प्रभारी प्राचार्य सक्षम अधिकारी के आदेश के बिना कार्य कर रहे हैं इस कारण वे भी गैर अवकाश प्राचार्य के समान अर्जित अवकाश का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। छात्रावास अधीक्षकों को भी गैर अवकाश कर्मचारी मानकर 30 दिनों का अर्जित अवकाश की पात्रता का मुद्दा उठा। एसोसिएशन ने अधिकारियों को अवगत कराया कि यदि शिक्षकों को अर्जित अवकाश का लाभ नियम का सरलीकरण नहीं किया तो एसोसिएशन न्यायालय की शरण लेगा।
ई एम आर एस में पदस्थ विभाग के शिक्षकों की पदस्थापना का मुद्दा छाया रहा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सभी अधिकारियों के समक्ष एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में नेस्ट्स के माध्यम से भर्ती होने पर पूर्व से कार्यरत विभाग के शिक्षकों को हटाने पर आपत्ति ली और कहा कि जब विभाग ने उनकी परीक्षा लेकर पदस्थापना की है तो उन्हें समय से पहले क्यों हटाया जा रहा है। ये शिक्षक ई एम आर एस की पदस्थापना के चलते शासन की स्वैच्छिक स्थानान्तरण नीति का लाभ तक नहीं ले पाए अब यदि इनकी पदस्थापना दूर दराज के विद्यालयों में होती है तो यह इन शिक्षकों के साथ अनुचित कार्यवाही कहलाएगी। इस पर प्रमुख सचिव ई रमेश कुमार ने कहा कि हम इन शिक्षकों की पदस्थापना वरिष्ठता को आधार मानकर ऑनलाइन चॉइस फिलिंग के माध्यम से करेंगे। गणित विज्ञान और अंग्रेजी विषय वालों को प्राथमिकता में रखेंगे। एसोसिएशन की मांग को तवज्जो देते हुए उन्होंने कहा अन्य विशिष्ठ शालाओं जैसे कन्या शिक्षा परिसर और ज्ञानोदय आवासीय विद्यालयों सहित समस्त रिक्त पद वाली शालाओं में जाने का विकल्प रखेंगे। उल्लेख है कि एकलव्य आवासीय आदर्श विद्यालयों में शिक्षकों की प्रतिष्ठा मुख्यमंत्री समन्वय से हुई थी इसलिए इन शिक्षकों को अन्य विद्यालयों में पदस्थापना के लिए मुख्यमंत्री से अनुमोदन लेना आवश्यक है इन शिक्षकों की पदस्थापना न हो पाने के कारण ही अतिथि शिक्षकों की भर्ती के आदेश नहीं हो पा रहे हैं।
प्रतिनियुक्ति में आए शिक्षकों की सेवा मर्ज की जाए संगठन ने प्रमुख सचिव के समक्ष शिक्षा विभाग से प्रति नियुक्ति में आए शिक्षकों की सेवाएं विभाग में ही मर्ज किए जाने की मांग रखी उस पर प्रमुख सचिव ने पिछली बार जनजाति कार्य मंत्री श्री विजय शाह जी और एसोसिएशन के साथ सी टी डी में इस संबंध में हुई चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि हम इस पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए शिक्षकों के हित में निर्णय लेंगे।