रांचीः नीट पेपर लीक मामले की जांच की आंच झारखंड पहुंच गई है। बिहार पुलिस और आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम देवधर और हजारीबाग के बाद रांची पहुंची। देवघर में शनिवार को 6 युवकों को गिरफ्तार किया गया। जबकि रांची पहुंच कर मामले की छानबीन शुरू की। नीट का पेपर प्रिंटिंग प्रेस से रांची के सदर थाना क्षेत्र स्थित कुरियर कंपनी के दफ्तर में आया था। फिर यहां से हजारीबाग स्थित कुरियर सेंटर में गया। इसके बाद वहां से पेपर डंप बनाया गया और हजारीबाग बैंक की शाखा में ले जाया गया था। टीम को शक है कि इसी दौरान कहीं पेपर लीक किया गया।
मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की तलाश में छापेमारी
ईओयू की टीम ने पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के रांची में छुपे रहने की सूचना पर कांके थाना अंतर्गत एक मकान में छापेमारी की। सिकंदर यादवेंदु के घर में छापेमारी की गई। जांच अधिकारियों ने सिकंदर के बरियातू हाउसिंग कॉलोनी स्ािित आवास पर पहुंच कर घर में मौजूद कई सदस्यों से पूछताछ की गई। साथ ही घर में रखे गई कागजात भी जब्त किए। पूछताछ में सिकंदर और उसके पुत्र, पुत्री समेत अन्य की पूरी जानकारी हासिल की।
ईओयू की टीम कुरियर कंपनी के दफ्तर भी पहुंची
ईओयू की टीम रांची के सदर थाना क्षेत्र स्थित कुरियर कंपनी के दफ्तर भी गई। वहां के कर्मचारियों-अधिकारियों से पूछताछ की। जांच में पता चला कि इस कुरियर कंपनी के जरिए प्रश्नपत्रों का आदान-प्रदान किया गया था।इससे पहले ईओयू की टीम ने हजारीबाग में नीट परीक्षा वाले विभिन्न सेंटरों पर जांच की। जांच अधिकारी एसबीआई हजारीबाग के मुख्य शाखा भी गए, जहां प्रश्न पत्र रखे गए थे।
पेपर सॉल्व करनेवाले डॉक्टर और छात्र की तलाश
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार क्वेश्चन सॉल्व करने में रांची के 10 पीजी डॉक्टर और स्टूडेंट्स की बात सामने आ रही है। टीम अब उन डॉक्टर्स और मेडिकल छात्र की तलाश कर रही है। बताया गया है कि ईओयू के अधिकारी रांची में कुछ डॉक्टर्स और छात्र की भूमिका की जांच रहे हैं। बिहार टेक्निकल सेल ने आरोपियों के मोबाइल चैट खंगाले तो पला चला था कि नीट परीक्षा से पहले पेपर लीकर इसे मोबाइल से कहीं भेजा गया था। फिर वहीं क्वेश्चन एक डॉक्टर के नंबर पर भेजे गए थे। इसके बाद यहां के कुछ डॉक्टरों ने मिलकर सभी सवालों के जवाब तैयार किए थे।