वॉशिंगटन, । अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले वाशिंगटन डीसी में एक योग सत्र का आयोजन किया। वॉशिंगटन डीसी के द व्हार्फ में गुरुवार को आयोजित योग सत्र में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास में उप राजदूत श्रीप्रिया रंगनाथन ने कहा कि भारत ने योग को एक महत्वपूर्ण जगह पर ला दिया है।
2015 से दुनिया भर में मनाया जा रहा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
उन्होंने कहा, भारत ने इस मुद्दे को केन्द्रीय मंच पर लाने, इसे संयुक्त राष्ट्र में ले जाने तथा इसे एक ऐसा दिन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें हम सब योग की शक्ति को पहचानने के लिए एकजुट होते हैं, तथा यह पहचानते हैं कि योग किस प्रकार हमारे जीवन में मूल्य जोड़ सकता है तथा योग किस प्रकार अत्यंत समकालीन है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2014 में इसे अपनाए जाने के बाद, 2015 से 21 जून को प्रतिवर्ष विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। रंगनाथन ने आगे कहा कि यह 5000-6000 साल पुराना है, फिर भी यह अभी भी उतना ही प्रचलित है। उन्होंने कहा, यह एक प्राचीन परंपरा है। यह एक कल्याणकारी परंपरा है जो 5000, 6000 साल पुरानी है, लेकिन यह अभी भी उतना ही प्रचलित है।
योग का महत्व और बढ़ा – उपराजदूत रंगनाथन
उपराजदूत ने इस बात पर जोर दिया कि योग का महत्व अब और अधिक बढ़ गया है तथा यह प्रत्येक परिवार, समुदाय और संस्था का हिस्सा बन गया है। उन्होंने एएनआई को बताया, योग के महत्व को लेकर लोगों में काफी प्रशंसा है। यह वास्तव में हर परिवार, हर समुदाय, हर संस्थान का हिस्सा बन गया है कि वे इस बारे में सोचना शुरू करें कि योग किस तरह से उनके जीवन में मूल्य ला सकता है और उस समुदाय के सदस्यों और उनके परिवारों को आज दुनिया में हमारे सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने में मदद कर सकता है।