मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को भोपाल के राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा का शुभारंभ किया। भोपाल से जबलपुर जाने वाली पहली फ्लाइट को मुख्यमंत्री ने फ्लैग ऑफ किया। यह फ्लाइट भोपाल से जबलपुर होकर रीवा जाएगी। उसके बाद सिंगरौली लैंड होगी।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल एयरपोर्ट पर टिकट बुकिंग काउंटर का भी शुभारंभ किया। यात्रियों को बोर्डिंग पास प्रदान किए। राज्य स्तरीय शुभारंभ समारोह में उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और मप्र टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला, पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक डॉ. इलैयाराजा टी, टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक बिदिशा मुखर्जी भी इस दौरान मौजूद रहे।
इन आठ शहरों को जोड़ेगी सेवा
पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा के तहत प्रदेश के आठ शहरों को हवाई सेवा के माध्यम से जोड़ा गया है। इन शहरों में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा, उज्जैन, ग्वालियर, सिंगरौली और खजुराहो शामिल है। पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा का संचालन मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के आधार पर मेसर्स जेट सर्व एविएशन प्राइवेट लिमिटेड (फ्लायओला) करेगी। इस नई पर्यटन सेवा को लोकप्रिय बनाने के लिए शुरुआती एक महीने तक किराये में 50 प्रतिशत छूट दी गई है।
एयर एंबुलेंस देने वाला देश का पहला राज्य
डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में आरंभ हुई विमान सेवा से परंपरागत रूप से यात्रा में सड़क और रेल मार्ग से लगने वाले समय में बहुत कमी आएगी। प्रदेश के सुदूरवर्ती रीवा- सिंगरौली क्षेत्र से आवागमन सुगम और कम समय में होगा। प्रदेश में हवाई यातायात के अंतर्गत तीन प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रदेश में सभी ओर एयर एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध है। आवश्यकता होने पर कलेक्टर से संपर्क कर एयर एंबुलेंस सेवा का लाभ लिया जा सकता है। चुनाव अवधि में भी एयर एंबुलेंस ने अपनी सेवाएं दी हैं। पूरे देश में केवल मध्य प्रदेश ही है, जहां इस प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
हवाई पट्टियों को विकसित कर पायलट ट्रेनिंग की व्यवस्था करेंगे
डॉ यादव ने कहा कि प्रदेश के 55 जिलों में से 30 जिलों में हवाई पट्टियां हैं, इन सभी हवाई पट्टियों का त्वरित विकास किया जाएगा। इन पट्टियों पर पायलट ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाएगी। पायलट ट्रेनिंग में डिग्री और डिप्लोमा कोर्स की व्यवस्था भी की जाएगी। देश का पहला हेलीकॉप्टर पायलट ट्रेंनिंग स्कूल खजुराहो में आरंभ किया गया है। राज्य सरकार का प्रयास होगा कि जहां-जहां हवाई पट्टियां हैं, वहां-वहां पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, निकटवर्ती विश्वविद्यालय के माध्यम से डिग्री और डिप्लोमा जारी करें। यह पहल प्रदेश में रोजगार परक शिक्षा को प्रोत्साहित करेगी और निवेश भी आकर्षित होगा।
हेलीकॉप्टर से धार्मिक स्थलों के दर्शन की सुविधा आरंभ होगी
डॉ. यादव ने कहा कि धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आगामी 16 जून से हेलीकॉप्टर के माध्यम से धार्मिक स्थलों के दर्शन की सुविधा भी आरंभ की जा रही है। प्रदेश में एविएशन सुविधा का हर संभव विस्तार किया जाएगा। इससे प्रदेश में रोजगार के अवसर निर्मित होंगे और व्यापार-व्यवसाय को भी प्रोत्साहन मिलेगा। वायु सेवा से संपूर्ण प्रदेश में आवागमन सरल होगा।ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर दोनों ज्योतिर्लिंगों को वायु सेवा से जोड़ने का भी प्रयास किया जा रहा है। कोशिश है कि इंदौर अथवा भोपाल से कम समय में दोनों ज्योतिर्लिंगों के दर्शन हो सकें। ओरछा, सलकनपुर, कटनी व दतिया जैसे धार्मिक स्थलों को भी एयर कनेक्टिविटी से जोड़ा जाएगा।