Russia-Ukraine War: रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों ने किफायती दरों पर पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स खरीदने पर बातचीत की. इसके अलावा पाकिस्तान को रूस से गैस और तेल की सप्लाई के अलावा गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट की भी समीक्षा की गई.
Reported By Dy. Editor, SACHIN RAI, 8982355810
Pakistan-Russia Oil Deal: एक तरफ पाकिस्तान यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई करके रूस को धोखा दे रहा है. दूसरी तरफ पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने ऐलान किया है कि वह मार्च के महीने से रूस से सस्ता तेल इंपोर्ट करेगी. जरूरत का 35 फीसदी तेल शहबाज सरकार रूस से खरीदेगी. इसके अलावा पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मैसेज भी मिला है.
इसमें पुतिन ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के अलावा इन्वेस्टमेंट और व्यापार बढ़ाने में रूस की दिलचस्पी को दोहराया. साथ ही पुतिन ने कहा कि इस्लामी दुनिया और दक्षिण एशिया में वह पाकिस्तान को एक अहम साझेदार के तौर पर देखते हैं. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, पुतिन का यह संदेश रूस के एनर्जी मिनिस्टर निकोले शुल्गिनोव ने पहुंचाया है. उन्होंने शहबाज शरीफ से लाहौर में मुलाकात की. दरअसल आज रूस और पाकिस्तान के बीच अंतर-सरकारी आयोग की बैठक का 8वां दौर है.
शुल्गिनोव रूसी डेलिगेशन के अध्यक्ष हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों ने किफायती दरों पर पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स खरीदने पर बातचीत की. इसके अलावा पाकिस्तान को रूस से गैस और तेल की सप्लाई के अलावा गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट की भी समीक्षा की गई.
क्यों मजबूर है रूस?
एक खास संदेश के जरिए रूस के ऊर्जा मंत्री ने बताया कि पुतिन पाकिस्तान को इस्लामिक वर्ल्ड और दक्षिण एशिया में एक अहम साझेदार के रूप में देखते हैं और उन्होंने दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत करने की बात भी दोहराई. शहबाज शरीफ ने डेलिगेशन का स्वागत करते हुए बताया कि रूस के साथ उसके संबंध कितने अहम हैं. बता दें कि शहबाज शरीफ ने पिछले साल सितंबर में समरकंद में हुई पुतिन के साथ मुलाकात को भी याद किया. उन्होंने आगे कहा कि इस मीटिंग में दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत करने के लिए कई अहम फैसले लिए गए.
दरअसल रूस ने यह ऐलान ऐसे वक्त पर किया है, जब पाकिस्तान यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति कर रहा है. पाकिस्तान के इन गोला-बारूद से यूक्रेन की सेना रूस के सैनिकों पर हमला बोल रही है. एक तरफ तो पाकिस्तान यूक्रेन को हथियार बेचकर डॉलर में कमाई कर रहा है तो दूसरी तरफ चाह रहा है कि रूस से उसे सस्ता तेल भी मिल जाए. रूस ने भी इस पर हामी भर दी है. रूस की ख्वाहिश है कि उसका इस्लामिक वर्ल्ड में रुतबा बढ़े. इसलिए वह पाकिस्तान के साथ अपने रिश्ते मजबूत कर रहा है.