Reported By Dy. Editor Sachin Rai 8982355810

प्यार, धोखा और फिर लाश के टुकड़े-टुकड़े! अपने ही प्यार का दर्दनाक अंत करने वाले ये कैसे ‘जिंदा हैवान’?

प्यार, धोखा और फिर लाश के टुकड़े-टुकड़े! अपने ही प्यार का दर्दनाक अंत करने वाले ये कैसे ‘जिंदा हैवान’

झारखंड में एक पति ने अपनी पत्नी के 50 टुकड़े किए हैं और फिर लाश के उन टुकड़ों को कुत्तों को खिला दिया। इसके पहले दिल्ली में आफताब ने श्रद्धा को 35 टुकड़ों में काटा था। आखिर क्यों अपराधी लाश को भी नहीं छोड़ते। लाश के टुकड़े करने वाले ये कैसे हैवान हैं?

haiwan

हाइलाइट्स

  • लाश के टुकड़े-टुकड़े करने वाले हैवान
  • कत्ल के बाद क्यों करते हैं लाश के टुकड़े?
  • झारखंड में पत्नी के 50 टुकड़े किए गए
  • कुत्तों को खिलाए पत्नी की लाश के टुकड़े

कोई इंसान कैसे किसी से इतनी नफरत कर सकता है कि वो पहले कत्ल करे और फिर लाश के साथ भी हैवानों वाला काम करे। वो भी एक ऐसे इंसान से जिससे वो प्यार करने का दावा करता हो। श्रद्धा मर्डर केस ने पूरे देश का ध्यान अपनी तरफ खींचा था जब श्रद्धा के बॉयफ्रेंड आफताब ने उसका कत्ल करके उसकी लाश के 35 टुकड़े कर डाले थे। हर किसी के लिए ये बेहद शॉकिंग था। अब इस घटना को महीना भर ही बीता है कि एक और ऐसा ही मामला सामने आया है झारखंड से। यहां भी एक शख्स ने अपनी पत्नी का पहले बेरहमी से कत्ल किया और फिर लाश के टुकड़े-टुकड़े करके कुत्तों को डाल दिए।

कुत्तों को दिए लाश के टुकड़े

दो दिन पहले झारखंड के साहिबगंज जिले के मांझ टोला इलाके में लोगों ने कुत्तों को इंसान की लाश के कुछ टुकड़े खाते हुए देखा तो पुलिस को खबर दी। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि ये लाश के टुकड़े रुबिका नाम की लड़की के थे जिन्हें कुत्तों को दिया गया था। पुलिस तफ्तीश की तो पूरा सच सामने आया। रुबिका की लाश के कुछ और टुकड़े भी पुलिस ने एक घर से बरामद किए। हालांकि उस वक्त पुलिस को रुबिका का सिर नहीं मिल पाया था। कौन थी ये रुबिका जिसकी लाश को कुत्तों को खिलाया गया?

एक और श्रद्धा की कहानी रुला देगी

दिल्ली की श्रद्धा की तरह ही इस बार रुबिका नाम की लड़की प्यार में धोखे का शिकार बनी। रुबिका ने दिलदार नाम के शख्स से प्यार किया, अपने परिवार के खिलाफ जाकर उससे शादी की और आखिर में उसे मिली ऐसी खौफनाक मौत। एक महीने पहले ही दिलदार और रुबिका की शादी हुई थी। दोनों के परिवार इस शादी से खुश नहीं थे, लेकिन दोनों ने भागकर पुलिस थाने में शादी की। कोई सोच भी नहीं सकता था कि सिर्फ एक महीने में ही दिलदार अपनी पत्नी से इतनी नफरत करने लगेगा कि उसको मौत के घाट उतार देगा।

पत्नी की लाश के किए 50 टुकड़े

दिलदार अंसारी ने पहले अपनी पत्नी की गला रेतकर हत्या की और फिर इलेक्ट्रिक कटर से उसकी लाश के 50 टुकड़े कर दिए। उसने लाश के कुछ टुकड़े बोरे में भरकर अलग-अलग इलाके में फेंक दिए जबकि कुछ टुकड़े उसी घर में मिले जहां उसने रुबिका का कत्ल किया था। वो घर दिलदार के मामा का था। दिलदार की ये दूसरी शादी थी। दोनों पिछले दो सालों से रिश्ते में थे। परिवारवाले शादी के खिलाफ थे, लेकिन बावजूद इसके रुबिका ने दिलदार से शादी का फैसला लिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दिलदार ने खुद ही रुबिका के परिवार को फोन करके बताया था कि उनकी बेटी की हत्या हो गई है। हालांकि दिलदार ने सच नहीं बताया, उसने कहा कि उसके परिवारवालों ने रुबिका को मार दिया है।

क्यों करते हैं लाश के टुकड़े?

पिछले महीने आफताब ने भी इसी तरह श्रद्धा का कत्ल करके उसकी लाश को टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रख दिया था। आफताब भी लाश के टुकड़ों को धीरे-धीरे करके जंगल में डालता रहा था। करीब छह महीने तक कत्ल करने के बावजूद वो पुलिस से बचता रहा था। अब सवाल ये है कि आखिर कातिल कत्ल के बाद लाश के टुकड़े-टुकड़े क्यों कर रहे हैं। क्या वजह सिर्फ नफरत है या फिर कोई और। दिलदार केस में भी पुलिस यही जानना चाह रही है।

परिवार के बजाय प्यार को चुना था

दोनों ही मामलों में कातिल प्यार का दावा करते रहे। चाहे श्रद्धा हो या फिर रुबिका दोनों ही लड़कियों ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर अपने प्यार के साथ रहने का फैसला किया था। इससे जाहिर है कि दोनों के बीच प्यार तो था, लेकिन क्या ये सिर्फ प्यार का दिखावा था जिसके झांसे में ये दोनों लड़कियां आ गईं। गुस्से में कत्ल करना एक अलग बात है, लेकिन कत्ल के बाद लाश को चाकू या फिर इलेक्ट्रिक कटर से काटना एक अलग ही तरह की मानसिकता को दर्शाता है।

लाश के टुकड़े करने वाल ये कैसे हैवान?

पुलिस मान रही है कि शायद अपराधी ये मानते है कि लाश को अगर टुकड़ों में काट दिया जाए तो कातिल के लिए बचना आसान हो जाता है। लाश के टुकड़े-टुकड़े करने के बाद उसे बोरे या प्लास्टिक बैग्स में भरकर कातिल उसे लोगों की नज़रों और कानून से कुछ समय के लिए छुपाने में कामयाब हो जाते हैं और उन्हें सोचने समझने का वक्त मिल जाता है। हालांकि अपराधी खुद को चाहे जितना भी स्मार्ट समझे, जितने भी समय कानून की नज़रों से बच ले, लेकिन अंत वही होता है जो आफताब और दिलदार का हुआ। प्यार में धोखा, कत्ल और हैवानियत की सारी सीमाएं पार करने वाले ये दोनों ही अपराधी अब सलाखों के पीछे हैं।

झारखंड में एक पति ने अपनी पत्नी के 50 टुकड़े किए हैं और फिर लाश के उन टुकड़ों को कुत्तों को खिला दिया। इसके पहले दिल्ली में आफताब ने श्रद्धा को 35 टुकड़ों में काटा था। आखिर क्यों अपराधी लाश को भी नहीं छोड़ते। लाश के टुकड़े करने वाले ये कैसे हैवान हैं?

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हाइलाइट्स

  • लाश के टुकड़े-टुकड़े करने वाले हैवान
  • कत्ल के बाद क्यों करते हैं लाश के टुकड़े?
  • झारखंड में पत्नी के 50 टुकड़े किए गए
  • कुत्तों को खिलाए पत्नी की लाश के टुकड़े

कोई इंसान कैसे किसी से इतनी नफरत कर सकता है कि वो पहले कत्ल करे और फिर लाश के साथ भी हैवानों वाला काम करे। वो भी एक ऐसे इंसान से जिससे वो प्यार करने का दावा करता हो। श्रद्धा मर्डर केस ने पूरे देश का ध्यान अपनी तरफ खींचा था जब श्रद्धा के बॉयफ्रेंड आफताब ने उसका कत्ल करके उसकी लाश के 35 टुकड़े कर डाले थे। हर किसी के लिए ये बेहद शॉकिंग था। अब इस घटना को महीना भर ही बीता है कि एक और ऐसा ही मामला सामने आया है झारखंड से। यहां भी एक शख्स ने अपनी पत्नी का पहले बेरहमी से कत्ल किया और फिर लाश के टुकड़े-टुकड़े करके कुत्तों को डाल दिए।

कुत्तों को दिए लाश के टुकड़े

दो दिन पहले झारखंड के साहिबगंज जिले के मांझ टोला इलाके में लोगों ने कुत्तों को इंसान की लाश के कुछ टुकड़े खाते हुए देखा तो पुलिस को खबर दी। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि ये लाश के टुकड़े रुबिका नाम की लड़की के थे जिन्हें कुत्तों को दिया गया था। पुलिस तफ्तीश की तो पूरा सच सामने आया। रुबिका की लाश के कुछ और टुकड़े भी पुलिस ने एक घर से बरामद किए। हालांकि उस वक्त पुलिस को रुबिका का सिर नहीं मिल पाया था। कौन थी ये रुबिका जिसकी लाश को कुत्तों को खिलाया गया?

एक और श्रद्धा की कहानी रुला देगी

दिल्ली की श्रद्धा की तरह ही इस बार रुबिका नाम की लड़की प्यार में धोखे का शिकार बनी। रुबिका ने दिलदार नाम के शख्स से प्यार किया, अपने परिवार के खिलाफ जाकर उससे शादी की और आखिर में उसे मिली ऐसी खौफनाक मौत। एक महीने पहले ही दिलदार और रुबिका की शादी हुई थी। दोनों के परिवार इस शादी से खुश नहीं थे, लेकिन दोनों ने भागकर पुलिस थाने में शादी की। कोई सोच भी नहीं सकता था कि सिर्फ एक महीने में ही दिलदार अपनी पत्नी से इतनी नफरत करने लगेगा कि उसको मौत के घाट उतार देगा।

पत्नी की लाश के किए 50 टुकड़े

दिलदार अंसारी ने पहले अपनी पत्नी की गला रेतकर हत्या की और फिर इलेक्ट्रिक कटर से उसकी लाश के 50 टुकड़े कर दिए। उसने लाश के कुछ टुकड़े बोरे में भरकर अलग-अलग इलाके में फेंक दिए जबकि कुछ टुकड़े उसी घर में मिले जहां उसने रुबिका का कत्ल किया था। वो घर दिलदार के मामा का था। दिलदार की ये दूसरी शादी थी। दोनों पिछले दो सालों से रिश्ते में थे। परिवारवाले शादी के खिलाफ थे, लेकिन बावजूद इसके रुबिका ने दिलदार से शादी का फैसला लिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दिलदार ने खुद ही रुबिका के परिवार को फोन करके बताया था कि उनकी बेटी की हत्या हो गई है। हालांकि दिलदार ने सच नहीं बताया, उसने कहा कि उसके परिवारवालों ने रुबिका को मार दिया है।

क्यों करते हैं लाश के टुकड़े?

पिछले महीने आफताब ने भी इसी तरह श्रद्धा का कत्ल करके उसकी लाश को टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रख दिया था। आफताब भी लाश के टुकड़ों को धीरे-धीरे करके जंगल में डालता रहा था। करीब छह महीने तक कत्ल करने के बावजूद वो पुलिस से बचता रहा था। अब सवाल ये है कि आखिर कातिल कत्ल के बाद लाश के टुकड़े-टुकड़े क्यों कर रहे हैं। क्या वजह सिर्फ नफरत है या फिर कोई और। दिलदार केस में भी पुलिस यही जानना चाह रही है।

परिवार के बजाय प्यार को चुना था

दोनों ही मामलों में कातिल प्यार का दावा करते रहे। चाहे श्रद्धा हो या फिर रुबिका दोनों ही लड़कियों ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर अपने प्यार के साथ रहने का फैसला किया था। इससे जाहिर है कि दोनों के बीच प्यार तो था, लेकिन क्या ये सिर्फ प्यार का दिखावा था जिसके झांसे में ये दोनों लड़कियां आ गईं। गुस्से में कत्ल करना एक अलग बात है, लेकिन कत्ल के बाद लाश को चाकू या फिर इलेक्ट्रिक कटर से काटना एक अलग ही तरह की मानसिकता को दर्शाता है।

लाश के टुकड़े करने वाल ये कैसे हैवान?

पुलिस मान रही है कि शायद अपराधी ये मानते है कि लाश को अगर टुकड़ों में काट दिया जाए तो कातिल के लिए बचना आसान हो जाता है। लाश के टुकड़े-टुकड़े करने के बाद उसे बोरे या प्लास्टिक बैग्स में भरकर कातिल उसे लोगों की नज़रों और कानून से कुछ समय के लिए छुपाने में कामयाब हो जाते हैं और उन्हें सोचने समझने का वक्त मिल जाता है। हालांकि अपराधी खुद को चाहे जितना भी स्मार्ट समझे, जितने भी समय कानून की नज़रों से बच ले, लेकिन अंत वही होता है जो आफताब और दिलदार का हुआ। प्यार में धोखा, कत्ल और हैवानियत की सारी सीमाएं पार करने वाले ये दोनों ही अपराधी अब सलाखों के पीछे हैं।

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