05/01/22 : देश के स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय, राष्ट्रभाषा प्रचार समिती के प्रधान , डा बाबासहाब आम्बेडकर एवं महानपंडित राहुल सांकृत्यायन से प्रभावित रहे बौध्द धम्म के लिए सर्वश्रेष्ठ क्रियाशील रहे डाॅ.भदन्त आंनद कौशल्यायन की 117 वीं जयती के अवसर पर बौध्द जन पंचायत,भोपाल ने जयंती समरोह का आयोजन तुलसीनगर भोपाल में किया गया था।
इस अवसर पर रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव डा मोहनलाल पाटील ने उनके जन्म 05 जनवरी 1905 से उनकी मुत्यु 22 जुन 1888 तक किये गये कार्या पर प्रकाश डालते हुये कहा कि ” भदन्त आनंद कौशल्यायन आम्बेडकर मिशन के ध्वजवाहक थे। बाबासहाब नही रहने के बाद बौध्द धम्म का प्रचार प्रसार करने का संकल्प लेकर उसे पुरा करने दिक्षा भुमी नागपुर में अपना निवास स्थान बनाया। पाटील सहाब ने बताया आम्बेडकर काॅलेज, दिक्षा भुमी नागपुर में पढ़ते समय उनका सानिध्य प्राप्त हुआ था । मै उनके छवि से बहोत प्रभावित था। उनकी किताब अगर बाबा न होते ने लोगों को बहोत प्रभावित किया । उनके जन्मदिन पर उन्हे अभिवादन करता हु।
कार्यक्रम के आयोजक श्री दलित बन्सोड ने कहा कि भदन्त आनंद कौशल्यन जी ने बाबासहाब आम्बेडकर जी कि अंग्रेज़ी में लिखी बुध्दा एण्ड धम्म किताब का हिन्दी में अनुवाद करने तथा पाली भाषा में उपलब्ध तथागत बुध्द का साहित्य का भी हिन्दी में अनुवाद कर हमें बुध्द की विचारधारा से अवगत कराया है ।
बौध्द जन पंचायत व्दारा आयोजित जयंती समारोह में सर्वश्री श्री रामदास घोसले, प्रकाश सोनवने, कैलाश वल्ले, कुवरलाल रामटेके, अमित बन्सोड, प्रकाश रणवीर, धनराज शेन्डे, दादाराव चक्रनारायण, दिपक दिवाना, निर्मल मानकर, महादेव डोंगरे, मनोहर तागडे, जयश जाधव, अशोक वासनिक, राहुल लोनारे, उमेश नारनवरे, राहुल वानखेडे, श्रीधर गवारगुर, आदि उपस्थिति थे