एक पंच गोवाह की ओर से 18 करोड़ के आरोपों नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे मुसिकलों से घर गए हैं। मुंबई से एक रिपोर्ट दिल्ली भेजी जा रही थी। इसमें बाद एनसीबी ने उनके खिलाफ आंतरिक जांच शुरू कर दी है। वानखेड़े ने सोमवार को पेंशन कोर्ट के विटनेस बॉक्स में खड़े ऊपर का की सबसे वह क्रूड ड्रग्स केस की जांच में जुटे हैं उन्हें टारगेट किया जा रहा है।
उन्हें व उनके परिवार को धमकी दी जा रही है यह सब कर कुछ लोग जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। कोर्ट ने सोमवार को दो हलफनामे दाखिल किए गए। इनमें से एक हलफनामा एनसीबी की ओर से है, जो ड्रग्स केस के गवाह प्रभाकर सील के आरोपों को लेकर है, जबकि दूसरा व्यक्तिगत तोर पर वानखेडे ने दिया।
परिवार की निजता का किया उल्लंघन
वानखेड़े ने सोमवार को बयान जारी कर कहा-मैं बहुत गर्मी और धर्म निरपेक्ष परिवार से हूं।मेरे पिता हिंदू है, मां मां मुस्लिम थीं। मेरे निजी दस्तावेजों को टि्वटर पर डालना अपमानजनक है। यह निजता का उल्लंघन है। महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मालिक के झूठे आरोप से आहत हूं।
कोर्ट से झटका
एनसीबी ने जो वहां प्रभाकर के बयान को लेकर सोमवार सुबह सेशंस कोर्ट में अर्जी दी थी। इसमें बयान पर कार्रवाई की मांग की गई थी। कोर्ट ने कहा कि जमानत का मामला हाईकोर्ट में चल रहा है इसलिए कोई आदेश नहीं दिया जा सकता। मामला उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं है।