Reported By Dy. Editor, SACHIN RAI, 8982355810
पाइपलाइन चोरी न हो और मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत हो रहे काम से पाइपलाइन टूटे नहीं, इसलिए भेल प्रबंधन ने एहतियातन उठाया कदम।
भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। कुछ दिनों पहले राजधानी में अरेरा हिल्स नापतौल विभाग के पास बड़े तालाब से आने वाली पानी की पाइपलाइन चोरी हो गई थी। इससे भेल टाउनशिप से लेकर कारखाने में पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी थी। नापतौल विभाग के पास मेट्रो प्रोजेक्ट का काम भी चल रहा है। इसी के चलते पाइपलाइन कभी लीकेज तो कभी चोरी होने से जलापूर्ति नहीं हो पाती है। पानी की पाइपलाइन चोरी न हो और मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत हो रहे काम से पाइपलाइन टूटे नहीं, इसलिए भेल प्रबंधन ने पांच निजी गार्ड तैनात किए हैं। ये गार्ड दिन-रात पाइपलाइन की रखवाली कर रहे हैं। पाइपलाइन की चोर करने वाले असमाजजिक तत्वों पर नजर रख रहे हैं। भेल प्रबंधन को पाइपलाइन बचाने के लिए हर महीने एक लाख रुपये खर्च करने पड़ेंगे। पाइपलाइन के पास गार्डों के लिए बैठने की व्यवस्था नहीं हैं। बता दें कि 10 से 19 नवंबर के बीच 450 एमएम व्यास की पाइपलाइन में 500 फीट लंबे पाइप की चोरी हो गई थी। इसके बाद से भेल अपनी पाइपलाइन बचाने में लगा हुआ है, जिससे पानी की कोई दिक्कत न हो।
बता दें कि भेल कारखाने में रोजाना एक एमजीडी पानी और टाउनशिप में तीन एमजीडी पानी की खपत होती है। भेल प्रबंधन आने वाले समय में चालीस लाख रुपये की 500 फीट डक्टाइल आयरन लाइन बिछाने की योजना बना रहा है। भेल प्रवक्ता विनोदानंद झा ने बताया कि गार्डों की तैनाती की गई है। असामाजिक तत्व पाइपलाइन को चोरी कर लेते हैं। मेट्रो का भी काम चल रहा है। ऐसे में पाइपलाइन फूटे नहीं, इसलिए भी देखरेख के लिए गार्ड तैनात किए हैं, क्योंकि एक भी दिन भी पानी की आपूर्ति बंद होती है तो भेल कारखाने में कई काम प्रभावित हो जाते हैं। टाउनशिप में रहने वाली 99 हजार की आबादी भी परेशान होती है।