जबेरा ब्लॉक के ग्राम खैरी सिंगौरगड का पडरिया थोवन गांव अब स्मार्ट गांव के नाम से पहचाना जा रहा है इस गांव की दीवारें सप्ताह का संदेश देती है 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे से गांव की निगरानी होती है और यदि कोई गंदगी फैलाता है या फिर नशा करता हुआ लिखता है तो उसे रोकने के लिए पब्लिक ऐड्रेसिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है बात यहीं खत्म नहीं होती इस गांव में रहने वाले 40 परिवार के 315 सदस्यों में से कई एनडीए एयर फोर्स पुलिस विद्युत वितरण कंपनी और बैंकिंग सेक्टर में काम करने वाले है शख्ती और निगरानी के चलते इस गांव में फिलहाल एक भी व्यक्ति नशा करने वाला नहीं है
गांव से प्रत्येक व्यक्ति का डेटा वेबसाइट पर उपलब्ध है
दरअसल जिला मुख्यालय से 38 किलोमीटर दूर जबेरा ब्लॉक से 2 किलोमीटर अंदर स्थित यह स्मार्ट गांव पूरे मध्यप्रदेश के लिए मिसाल बन गया है पूरा गांव ओडीएफ डबल प्लस कैटेगरी में है बताते हैं कि इस गांव के बदलाव की कहानी वर्ष 2019 से प्रारंभ हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर भारतवंशी अमेरिका निवासी रजनीश बाजपेई और मुंबई निवासी योगेश साहू ने इसे स्मार्ट गांव फाउंडेशन से जोड़ा दोनों ने फाउंडेशन की मदद से गांव में 8 कैमरा 8 ऐड्रेसिंग सिस्टम स्ट्रीट लाइट सोलर लाइटें लगवाई यहां तक कि गांव की दीवारों पर पेंटिंग और आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चों को पढ़ाने के लिए पाठ्य सामग्री तक उपलब्ध कराई गांव में प्राइमरी स्कूल है जिसमें स्मार्ट टीवी लगाई गई है यहां पर गांव के एक एक मकान और उसके लोगों का डाटा वेबसाइट पर उपलब्ध है यही नहीं गांव का पूरा मैप अलग से तैयार करवाया गया है गांव के तालाब गोचर भूमि कृषि योग्य जमीन नहर सड़कें एवं घर किसका है जैसी सभी जानकारी सिर्फ एक लिंक से प्राप्त की जा सकती है हर परिवार का डाटा फीड किया जा रहा है जो एक क्लिक पर उपलब्ध होगा