उन्हें कचरे की सटीक स्थिति के बारे में सूचित किया जाएगा, ताकि वे लोगों तक सही जानकारी पहुंचा सकें और गलत धारणाओं को दूर कर सकें। बता दें कि विगत दिनों पीथमपुर में कचरे के निष्पादन के खिलाफ जनाक्रोश और दो आत्मदाह की कोशिशों के बाद राज्य सरकार को बैकफुट पर जाना पड़ा है। इससे पहले इस महीने की शुरुआत में पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन हुए थे। एक बयान में इसने कहा कि हमलों से पहले ‘इजरायली सीमा और आईडीएफ सैनिकों के लिए लक्ष्य से पैदा खतरे को इजरायल और लेबनान के बीच युद्धविराम समझौते के निगरानी तंत्र के समक्ष प्रस्तुत किया गया था,