मध्यप्रदेश में 11 तारीख से 14 तारीख तक विधानसभा का सत्र जो चल रहा था वह किन हालातों की वजह से स्थगित कर दिया गया है बताया जाता है कि मध्यप्रदेश में देश के गृहमंत्री अमित अमित शाह का दौरा एवं नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वजह से भारतीय जनता पार्टी में राजनीतिक हलचल मची हुई है वही कांग्रेश भारतीय जनता पार्टी पर हावी होती दिख रही है आज दिनांक 12 साथ 2023 को मध्यप्रदेश के पूर्व सांसद अरुण यादव की प्रेस वार्ता आयोजित की गई यह समझ में नहीं आ रहा है कि अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी के कार्य समिति के सदस्यों के साथ बैठक करने का जहां कल मूवमेंट चलाया वही भारतीय जनता पार्टी में शामिल कांग्रेश से आए ज्योति सिंधिया ने मध्य प्रदेश के मंगू भाई पटेल के साथ लगभग 2 से ढाई घंटे अपनी मीटिंग की इस मीटिंग को लेकर अभी तक साफ नहीं हो पा रहा है कि मध्य प्रदेश की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री आज दिन भर इधर से उधर है
आदिवासियों की समस्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बार-बार मध्यप्रदेश के दौरे क्यों कर रहे हैं यह जनता को समझ में नहीं आ रहा है क्योंकि मध्यप्रदेश में पूर्व में छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की 320 सीट थी जिसमें से 230 सीट मध्यप्रदेश के लिए 90 सीट छत्तीसगढ़ के लिए बनाई गई और आदिवासी मुख्यमंत्री को लेकर यह सारी कवायद की गई लेकिन छत्तीसगढ़ में कोई आदिवासी मुख्यमंत्री क्यों नहीं बना आदिवासियों के बीच चर्चा का विषय है उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश की राजनीति में आज तक तीसरा कोई विकल्प सामने उभर कर नहीं आया है उसकी वजह यह है कि मध्य प्रदेश की जनता भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को ही लेकर हमेशा खड़ी रही है लेकिन जनता को अब समझना होगा कि कौन हमारा हितेषी है ₹2 किलो चावल 1 किलो रुपए गेहूं और जो भी रेवडी बांटी जा रही हैं उसका मकसद क्या है मध्य प्रदेश पर आज लगभग साडे ₹300000 का कर्ज है वहीं आगामी समय में लगभग 7000 करोड़ों का कर्जा होने जा रहा है मध्य प्रदेश वासी के ऊपर लगभग 40 से ₹45000 कर्ज है जिसने कर्ज लिया उसमें भी है जिसने कर दी है ऐसी को देखते हुए जनता को समझना चाहिए कि उसको क्या विकल्प चाहिए मध्य प्रदेश में आदिवासियों के लगभग 22 वर्षों में यहां आदिवासी नेता का चुनाव कर सकते हैं औइसीलिए मध्य प्रदेश के अंदर आदिवासियों को सफलता से रहते हुए मध्य प्रदेश के अंदर अपने भले के लिए यह सोचना चाहिए कि उनको कौनसा जनप्रतिनिधि चाहिए जो सरकारों को गुलाम आदिवासी जनप्रतिनिधि हैं उन को दरकिनार कर जो आदिवासियों का सच भला सोच रहे हैं उनका प्रभुत्व स्थापित करना चाहिए और आदिवासियों को एकजुट होना चाहिए बाकी जो भी है वह सरकार के हित में ना होते हुए आदिवासियों के हित में होगा?
दिनांक 11/07/2023 को मध्यप्रदेश में देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह एवं नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया उपस्थित थे जहां गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में बैठक आयोजित की गई जिसमें मध्य प्रदेश की राजनीति को लेकर चर्चा की गई वही नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योति सिंधिया राज्यपाल के पास चर्चा में व्यस्त रहें आज दिनांक 23 को दिन भर मूवमेंट चलता रहा इससे समझ में नहीं आ रहा है कि मध्य प्रदेश के अंदर क्या हो रहा है लेकिन फिर भी ऐसा लगता है कि मध्यप्रदेश में परिवर्तन की हवा बह रही है जो आगामी 1 सप्ताह के अंदर जनता के समक्ष सामने आ जाएगी