राजेंन्द्र ने अपने मरघटिया मंदिर परिसर में स्थित कमरे पर ही शव को बोरे में भरकर छुपा दिया। रात में पत्नी के साने के बाद उसने शव को पास के ही निर्माणाधीन मकान के सेप्टिक टैंक में फेंक दिया।
राजधानी भोपाल में एक 56 वर्षीय व्यक्ति ने ब्लैकमेलिंग से परेशान अपनी प्रेमिका की गला घोंटकर हत्या कर दी। शव को घर के पास के ही निर्माणाधीन सेप्टिंग टैंक में फेंक दिया। सुबह मजदूरों ने खून के धब्बे देखें तो शव का पता चला। शाहजहांनाबाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।
निशातपुरा निवासी 46 वर्षीय गीता बाई अपनी बेटी और दामाद के साथ रहती थी। उसका शाहजहांनाबाद के 56 वर्षीय राजेंद्र प्रसाद वैद्य से पुरानी पहचान थी। वह उससे मिलने उसके घर आती जाती रहती थी। राजेंद्र ने बताया कि वह तलाकशुदा था और गीता बाई विधवा थी। इस वजह से दोनों करीब आ गए। इस बीच 2020 में राजेंद्र ने बीएचएमएस डॉक्टर से शादी कर ली। इससे गीता नाराज थी। वह राजेंद्र पर शादी करने का दबाव बनाने लगी। वह उससे उधार दिए पैसे भी मांग रही थी। बुधवार को गीता बाई राजेंद्र प्रसाद से मिलने उसके घर आई। इससे पहले राजेंद्र पत्नी को नौकरी के लिए बस स्टाफ पर छोड़कर घर लौट आया। राजेंद्र प्राइवेट दुकानों में काम करता था। लॉकडाउन में नौकरी चले जाने से वह बेरोजगार था। गीता के घर आने पर दोनों के बीच विवाद हो गया। राजेंद्र ने गीता का गला दबाकर हत्या कर दी।
राजेंन्द्र ने अपने मरघटिया मंदिर परिसर में स्थित कमरे पर ही शव को बोरे में भरकर छुपा दिया। रात में पत्नी के साने के बाद उसने शव को पास के ही निर्माणाधीन मकान के सेप्टिक टैंक में फेंक दिया।
सुबह मजदूरों के आने पर खून के धब्बे दिखे। सैप्टिक टैंक में महिला की लाश थी। पुलिस ने महिला की पहचान के बाद राजेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने हत्या करना कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह महिला की ब्लैकमेलिंग से परेशान था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।