भारत के बैंको तथा बीमा कंपनियां के पास लगभग 50000 करोड रूपये ऐसा पडा है जिसका कोई दावेदार नही है, ये जानकारी सरकार ने स्वंय संसद में दी है ा पिछले कई वर्षो से बीमा कंपनियों और बैंक में देश के लोगो द्वारा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बीमा करवाया गया तथा बैंको में पैैैसा जमा किया गया जिसकी जानकारी उनके परिवारों को और स्वंय को नही पता है या तो वो मृत हो चुके है या उनके द्वारा जो बीमा सन् 2005 से पहले लिया था उसकेे नियमो का पालन नही किया क्यों कि सन् 2005 के बाद आईआरडीए ने नियम बनाए कि जो बीमा धारक बीमा की तीन किस्ते भर देगा उसको वह रकम वापस की जाएगी लेकिन इससे पूर्व जिन लोगो ने बीमा करवाया था उस वक्त ऐसा नियम नही था जिसकी वजह से किसी ने एक किस्त और किसी ने पूर्ण बीमा समय काल की किस्ते जमा नही की वही रकम बीमा कंपनियों में आज भी पडी है तथा बैंक खातों में जिन लोगो का पैसा पडा हुआ है उन्होंने या तो अपने परिवार को जानकारी नही दी है एवं यह उनकी जानकारी में नही है इस वजह से बैंक एवंं बीमा कंपनियों में यह रकम पडी हुई है सरकार को चाहिए कि वह बैंक और बीमा कंपनियों काेे आदेशित निर्देशित करे कि उनके परिवार को यह जानकारी देकर उनका जमा धन उनको वापस कराऐ या फिर सरकार इस धन का उपयोग समाज कल्याण में करे खास तौर से महिलाओं और बच्चों की योजनाओं में ा