नई दिल्ली: सितंबर में बढ़कर 5.49 फीसदी हो गई है। अगस्त में यह 3.65 फीसदी थी। आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। यह खुदरा महंगाई का 9 महीने का सबसे ऊंचा स्तर है। ऐसा सब्जियों की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी और पिछले साल के मुकाबले कम आधार के कारण हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक ने मध्यम अवधि के लिए खुदरा महंगाई दर 4% रखने का लक्ष्य रखा था। लेकिन, सितंबर में यह उससे भी ज्यादा रही। जुलाई के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब महंगाई दर RBI के 4% के लक्ष्य से ज्यादा है।पिछले कुछ महीनों से दास हाथी की उपमा का इस्तेमाल कर रहे थे। वो कह रहे थे कि एक हाथी को जंगल में लौटना होगा और वहीं रखना होगा। इसे इस तरह समझा गया कि कुल महंगाई दर को 4% के लक्ष्य तक पहुंचाने और उसे लंबे समय तक बनाए रखने की जरूरत है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर सितंबर में बढ़कर 9.24% हो गई। यह अगस्त में 5.66% थी। ग्रामीण इलाकों में महंगाई दर अगस्त में 4.16% से बढ़कर सितंबर में 5.87% हो गई। वहीं, शहरी इलाकों में यह दर अगस्त में 3.14% से बढ़कर सितंबर में 5.05% हो गई।