इजरायल ने हवाई हमले में चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह को मार दिया है। इजरायली ने शनिवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि हमले में हसन नसरल्लाह के साथ हिजबुल्लाह के कई शीर्ष कमांडर भी मारे गए हैं। नसरल्लाह की हत्या ईरान समर्थित लेबनानी मिलिशिया के लिए बड़ा झटका होगी। नसरल्लाह ने वर्षों तक हिजबुल्लाह का नेतृत्व किया है।
नेता को लेबनान में संगठन के भीतर और साथ ही ईरान में इसके समर्थकों का समर्थन हासिल करना होगा। हिजबुल्लाह के एक करीबी सूत्र ने बताया है कि नसरल्लाह के वारिस माने जाने वाले हाशेम सफीद्दीन शुक्रवार के हमले के बाद भी जिंदा थे।हिजबुल्लाह के राजनीतिक मामलों की देखरेख करने वाले सफीद्दीन नसरल्लाह के चचेरे भाई हैं। नसरल्लाह की तरह ही वे भी मौलवी हैं, जो पैगम्बर मोहम्मद के वंशज होने का संकेत देते हुए शिया नेताओं की तरह काली पगड़ी पहने हैं।हिजबुल्लाह की स्थापना 1980 के दशक में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर ने की थी। तब से ईरान से इसे ट्रेनिंग से लेकर हथियार तक मुहैया होते रहे हैं। हेज अली ने नसरल्लाह के महत्व को बताते हुए कहा, ‘लेबानान के शियाओं के लिए वह एक महान शख्सियत बन गए थे।’ नसरल्लाह ने हिजबुल्लाह की कमान तब संभाली, जब इजरायल ने समूह के पूर्व प्रमुख को मार दिया था। इसके बाद से ही उनके ऊपर लगातार हत्या का खतरा बना हुआ था।