भोपाल में गो ध्वज को स्थापित कर गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने पहुंचेंगे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी,

गो प्रतिष्ठा आंदोलन गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा 22 सितंबर से 26 अक्टूबर 2024 तक

भोपाल ; सनातन धर्म में वेद, उपनिषद, पुराणों सहित समस्त धर्म शास्त्रों में गो की महिमा गई है। गाय को पशु नहीं अपितु माता की प्रतिष्ठा दी गई है यही सनातन धर्मी हिंदुओ की पवित्र भावना है, आस्था है। इसी धार्मिक आस्था हेतु संविधान एवं कानून में गाय को राज्य सूची से हटाकर केंद्रीय सूची में डालकर गौमाता को राष्ट्र‌माता का सम्मान दिलाने तथा गौहत्या मुक्त भारत बनानेके लिए संपूर्ण भारत में गौ प्रतिष्ठा आंदोलन चलाया जा रहा है।स्वतंत्रता प्राप्त से ही निरन्तर गौमाता की प्रतिष्ठा एवं रक्षा के प्रयास होते रहे है जिसमें 1966 के धर्म सम्राट यतिचक्रचूडामणि पूज्य करपात्री जी महाराज जी के नेतृत्व में हुआ प्रचलित गौरक्षा आंदोलन है जिसके लिए हजारों गौभक्तों का बलिदान हुआ था। इसी क्रम में गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाकर गोहत्या मुक्त भारत बनाने हेतु परम गोभक्त पूज्य गोपाल मणि जी ने गौ प्रतिष्ठा आंदोलन का नेतृत्व कर देशभर में इसे जीवन्त रखा तथा इस पवित्र अभियान में चारो पीठों के जगदुरु शंकराचार्यों का आशीर्वाद प्राप्त किया। चारो पीठों के पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्यों द्वारा अभिषिंचित एवं समर्थित गौमाता को राष्ट्र‌माता का सम्मान दिलाने एवं गौहत्या बंदी कानून हेतु देश में गौ संसद का आयोजन हुआ जिसमें रामा गौ प्रतिष्ठा संहिता बिल सहित 42 बिंदु का धर्मादेश भी पारित किया जा चुका है। गौ प्रतिष्ठा के इस अभियान को प्रज्वलित करने हेतु गौ घृत की ज्योति को प्रकाशित कर ज्योर्तिमठ केपरम पूज्य जगगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज जी ने इस आंदोलन का निर्देशन कर रहे है जिन्होंने 14 मार्च से लेकर 28 मार्च 2024 तक नंगे पैर पदयात्रा गोवर्धन से दिल्ली तक भी की। पूज्य जगगुरु ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य जी के निर्देशन में आज गौ प्रतिष्ठा का अभियान निरन्तर देशभर में गतिमान है जिन्होंने इस संवत्सर को गौ संवत्सर के रूप में घोषित भी किया है।पूज्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी के निर्देशन एवं नेतृत्व में संपूर्ण भारत में गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के अंतर्गत गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा दिनांक 22 सितंबर से 26 अक्टूबर तक होनी निश्चित हुई है जो भारत के समस्त 37 प्रदेशों की राजधानियों तक जाएगी तथा वहां एक गो ध्वज की स्थापना की जाएगी। गो प्रतिष्ठा आंदोलन के संयोजक पूज्य गोपाल मणि जी महाराज भी पूरे समर्पण और शक्ति के साथ यात्रा की सफलता हेतु प्राण-प्रण से शंकराचार्य जी के साथ हर कदम में साथ रहेंगे। प्रत्येक राज्य की राजधानियों में विशाल गो प्रतिष्ठा सम्मेलन का दिव्य अध्य आयोजन होगा जिसका श्रीगणेश गौरक्षक, गोभक्त भगवान श्रीराम जी की राजधानी अयोध्या से होगा जहां भगवान रामलला के रूप में विद्यमान हैं जहां से यह पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर होते हुए 26 अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली में होगी। पूज्य जगदुरु शंकराचार्य जी द्वारा समस्त भारत के प्रखर गोभक्तो को सम्मानित भी किया जाएगा।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पूज्य शंकराचार्य स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानंद जी 8 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक गो ध्वज की स्थापना, गो महासभा को संबोधित करेंगे। इसके उपरांत वो अग्रिम यात्रा हेतु तेलंगाना को प्रस्थान करेंगे।इस गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा का लक्ष्य संपूर्ण भारत में गो प्रतिष्ठा आंदोलन हेतु समस्त राष्ट्र के गोभक्त हिन्दुओं को जागृत कर एक सूत्र में पिरोने का है तथा गोमाता की दुर्गति, गो हत्या के कलंक को मिटाकर कर, पशु के अपमान से हटा कर राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाना है। इस गो ध्वज स्थापना पद यात्रा का सूत्रवाक्य है गौ माता, राष्ट्र माता राष्ट्र माता, भारत मातागो ध्वज स्थापना भारत यात्रा के उपरांत देश की राजधानी दिल्ली में गोपाष्टमी के अवसर पर 7, 8 और 9 नवंबर को तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी गो प्रतिष्ठा महासम्मेलन होगा जो भारत की सरकार को गौहत्या के कलंक को मिटाकर गौमाला को राष्ट्र‌माता की प्रतिष्ठा दिलाने हेतु निर्णायक होगा।इस ऐतिहासिक यात्रा की पूर्व तैयारी हेतु आज दिनांक 18 सितंबर 2024 को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पहुंचे ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी के प्रतिनिधि एवं यात्रा के संयोजक ब्रह्मचारी मुकुंदानंद जी तथा सह संयोजक गोभक्त विकास पाटनी जी, प्रदेश यात्रा संयोजक अखिलेश ब्रह्मचारी जी ने मीडिया को संबोधित किया। इसमें मुख्य रूप से श्री के. जी पाठक महेंद्रानंद जी दीपक शास्त्री संदीप व्यास साध्वी ऋचा गोस्वामी महेंद्र भार्गव मनोहर लाल जयसवाल गौरव मिश्रा जी आदि उपस्थित थे।
संपूर्ण भारतवर्ष में गो हत्या बंद हो तथा गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित किया जाये। इस उद्‌द्देश्य से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गोध्वज की स्थापना करने परम पूज्य अनंत श्री जगदगुरुः शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरनंद सरस्वती जी महाराज का पदार्पण ह अक्टूबर 2024 को हो रहा है।वेद शास्त्र, पुराण आदि धर्म शास्त्रों में गो माता की अद्‌भुत महिमा गायी गई है। गौ माता सर्व देवमयी है। गौ माता भूलोक में कल्पवृक्ष हैं। गौ माता पृथ्वी स्वरूप है। गो हत्या संपूर्ण भूतल की हत्या के बराबर है। गो हत्या जघन्य पाप है। भारतवर्ष में हो रही गो हत्या से भारत वर्ष का प्रत्येक सनातनी हिंदू अत्यधिक व्यथित है। जब से भारत देश अंग्रेजों के शासन से मुक्त हुआ है। स्वतंत्र हुआ है। तब से भारत वर्ष में गो हत्या का विरोध हुआ है। बड़े-बड़े आआंदोलन गो हत्या को बंद करने की मांग को लेकर हुए हैं।
।कितु दुर्भाग्य से हिंदू प्रधान भारत देश में अभी तक गो हत्या बंद नहीं हुई है। स्वतंत्रता के बाद सन 1966 में गौ हत्या बंद करने के लिए पहला देश व्यापी आंदोलन हुआ था। जिसको संचालित करने के लिए एक मार्गदर्शक मंडल बनाया गया था। जिसमे पूज्य करपात्री जी महाराज पूज्य जगदगुरु शंकराचार्य गोवर्धन पुरी पीठाधीश्वर स्वामी निरंजन देव जी तीर्थ जगदगुरु शंकराचार्य ज्योतिष पीठाधीश्वर जी स्वामी कृष्ण बोधाश्रम जी, अनंत श्री दण्डी स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज (बाद में दु‌विपीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य हुए) प्रभु दत्त जी ब्रह्मचारी संघसर संचालक गुरु गोलबलकर जी आदि प्रमुख थे।आंदोलन को तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने बुरी तरह से कुचल दिया जो अभी तक उतना व्यापक विशाल रूप में खड़ा नहीं हो पाया। अब फिर भगवत् प्रेरणा से अनंत श्री जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरनंद सरस्वती जी महाराज सभी शंकराचार्य सभी संप्रदायाचार्य षड् दर्शन साधु संत, कथा वाचक एवं सभी गो भक्तों के समर्थन के साथ भारत भूमि में गो हत्या को बंद करने गो माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने हेतु समाज को सही दिशा की ओर ले जाने के उ‌द्देश्य से गो प्रतिष्ठा आंदोलन के प्रथम चरण के रूप में संपूर्ण भारत वर्ष में गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा कर रहे हैं।गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा पूज्य शंकराचार्य जी विश्व की धर्म राजधानी श्री अयोध्या जी से 22 सितंबर 2024 को प्रारंभ करेंगे तथा भारत के सभी 36 प्रदेशों की राजधानियों में गो प्रतिष्ठा ध्वज की स्थापना करेंगे। इसी क्रम में पूज्य ज्योतिष पीठाधीश्वर से जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरनंद सरस्वती जी महाराज का पदार्पण 8 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12:00 बजे मानस भवन भोपाल में हो रहा है। जहां पूज्य शंकराचार्य जी महाराज विशाल धर्म सभा को 12:00 से 3:00 बजे तक संबोधित करेंगे आशीर्वाद देंगे।वैसे तो पूज्य शंकराचार्य जी महाराज दिन राल एक ही कार्य में संलग्न है। कि गौ माता राष्ट्र माता हो भारत में गौ हत्या बंद हो 14 मार्च 2024 से 28 मार्च 2024 तक पूज्य शंकराचार्य जी महाराज ने गो माता की प्रतिष्ठा के लिए गोवर्धन गिरिराज से दिल्ली तक नंगे पैर पदयात्रा की थी। जिसमें परम गो उपासक पूज्य गोपाल मणि जी महाराज के सहित हजारों संत सद् गृहस्थ गो भक्त सम्मिलित हुए। इस गो प्रतिष्ठा भारत यात्रा में पूज्य शंकराचार्य जी के साथ गो प्रतिष्ठा भारत यात्रा के राष्ट्रीय संयोजक पूज्य गोपाल मणि जी महाराज भी रहेंगे।

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