लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 2022 से जारी राजस्व विभाग के लेखपालों की भर्ती प्रक्रिया को पूरा करा लिया है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से प्रक्रिया को पूरा कराया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। इस दौरान उन्हें हर वर्ग के हित के लिए निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य करने का निर्देश दिया। सीएम योगी ने इस मौके पर कहा कि कुछ लोगों की फितरत होती है, अच्छे कार्यों में रोड़े अटकाना और गुमराह करना। उन्होंने इस कार्य में भी रोड़े अटकाए गए, लेकिन अधीनस्थ चयन आयोग सुप्रीम कोर्ट तक गया। आज यह नियुक्ति पत्र वितरित किया जा रहा है। इस प्रक्रिया के पूरी होते ही प्रदेश में 30,837 लेखपालों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के लोकभवन में 7720 लेखपालों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस मौके पर पूर्व की सरकार के दौरान चलने वाली नियुक्ति प्रक्रिया का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पहले एक ही परिवार के लोगों की नियुक्ति होती थी। चाचा-भतीजा नियुक्ति के दौरान वसूली के लिए निकल जाते थे। अखिलेश यादव और शिवपाल यादव पर सीएम योगी ने निशाना साधा।यूपी में 7720 लेखपालों को मिला नियुक्ति पत्र, सीएम योगी ने चाचा-भतीजे के जरिए बोला विपक्ष पर हमलानवनियुक्ति अधिकारियों से सीएम ने कहा कि एक गरीब के जीवन के लिए आपकी ऊर्जा और प्रतिभा लगे, निवेश की संभावनाओं में आपका सकारात्मक सहयोग मिले। जाति, निवास, आय प्रमाणपत्र के लिए जो समय सीमा तय की गई है। उसके अनुसार आम जनमानस और युवाओं को सहयोग प्राप्त हो। विरासत, नामांतरण और पैमाइश से जुड़ी कार्यवाही समय से पूरी हों। लोगों के बीच में आपकी अच्छी छवि बने और लेखपाल के नाम से लोग घबराएं नहीं।
जिम्मेदारियों का निर्वहन
सीएम योगी ने नव चयनित लेखपालों से अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आपका जनता के बीच नजदीकी जुड़ाव होता है। किसी को पट्टे की जमीन देनी है, किसी को वरासत का कार्य करना है, किसी के नामांतरण का कार्य करना है, कृषि को अकृषि घोषित करते हुए निवेश की संभावना को आगे बढ़ाना है, कहीं पर पैमाइश की कार्यवाही को बढ़ाना है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में एक फुट, दो फुट के लिए हिंसक घटनाएं होती हैं। अगर हम समय पर पैमाइश करके सीमांकन कर लें तो कोई विवाद नहीं होगा।
सीएम ने कहा कि कहीं पर निवेश के लिए कोई प्रस्ताव आया है तो उसको समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ा दें। बाढ़ जैसी आपदा में समय पर लोगों को राहत दे दें। कृषक दुर्घटना बीमा में कृषक, उसके परिवार के किसी सदस्य या फिर बटाईदार और उसके परिवार के सदस्य की किसी आपदा में मृत्यु होने पर समयबद्ध तरीके से राहत की धनराशि उसके परिवार को मिल जाए। गलत तरीके से कोई भी कार्य न करें और टेक्नोलॉजी का उपयोग करें। राजस्व की पूरी व्यवस्था ही डिजिटाइज हो रही है। लैपटाप और टैबलेट उपलब्ध कराने की कार्यवाही को ट्रेनिंग के समय से ही जोड़ना होगा।योगी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाला कोई भी व्यक्ति अगर परंपरागत रूप से ग्राम समाज की आबादी की जमीन पर मकान बनाकर रह रहा है तो उसकी जमीन का मालिकाना हक उसे घरौनी के माध्यम से मिल सके। अब तक 63 लाख से ज्यादा लोगों को हमने यह व्यवस्था दे दी है
जल्द पूरी होंगी 4700 नई नियुक्तियांचयन की प्रक्रिया पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ आयोग ने संपन्न की, लेकिन कुछ लोगों की फितरत होती है कि हर अच्छे कार्य में रोड़ा अटकाया जाए। नवचयनित लेखपालों के नियुक्ति पत्र वितरण में भी रोड़े अटकाने के कार्य हुए, लेकिन राजस्व विभाग और अधीनस्थ सेवा चयन आयोग इसके लिए लड़ा। सुप्रीम कोर्ट से भी फैसला अपने पक्ष में करके आज 7720 नवचयनित युवाओं को उनकी आकांक्षा के अनुरूप ये नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा रहे हैं।सीएम योगी ने कहा कि यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद 4700 और नई नियुक्ति के अधियाचन हम भेज चुके हैं और जल्द ही उस प्रक्रिया को भी पूर्ण करने वाले हैं। इस प्रक्रिया के पूरा होते ही 3837 लेखपाल जो प्रदेश में नियुक्त होने चाहिए, उनकी संख्या पूरी हो जाएगी।
लगानी होगी ऊर्जा
योगी ने कहा कि 2017 के पहले की तस्वीर सबने देखी है। लेखपालों के आधे पद खाली पड़े थे,क्योंकि भर्ती नहीं होती थी। भर्ती की प्रक्रिया में तमाम होल थे। प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही चाचा-भतीजे की जोड़ी वसूली के लिए निकल पड़ती थी और पूरे खानदान को जिले आवंटित हो जाते थे। ये वही उत्तर प्रदेश है जिसका युवा बाहर कहीं जाता था तो उसे पहले ही साइड कर दिया जाता था। कुछ जिलों की छवि तो ऐसी बना दी गई थी कि लोग नौकरी की बात तो दूर होटल और धर्माशाला में भी जगह नहीं देते थे। आज युवा कहीं भी जाएगा बड़े सम्मान की निगाहों से देखा जाता है।सीएम ने कहा कि उन्हें मालूम है, यह नए उत्तर प्रदेश का नया युवा है, इसकी प्रतिभा का लोहा दुनिया मान रही है। ये जो कार्य हुए हैं, उसने उत्तर प्रदेश को एक पहचान दी है। यह जो नई पहचान बनी है,
नौकरियों का हुआ सृजन
सीएम योगी ने प्रदेश में मिशन रोजगार को लेकर कहा कि पिछले 7 वर्ष में आपने देखा होगा कि प्रदेश सरकार नियुक्ति की प्रक्रिया को पूरी इमानदारी और बिना भेदभाव के युवा की योग्यता और उनकी क्षमता के अनुरूप आगे बढ़ा रही है। इसी का परिणाम है कि 6 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है और आज वो सभी युवा अलग-अलग क्षेत्र में प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं। प्रदेश में एक लाख 55 हजार से अधिक पुलिस कार्मिकों की नियुक्ति की गई है, जबकि 1 लाख 54 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया को पूरा किया गया। इसके अतिरिक्त अन्य विभागों में भी इसी प्रकार की भर्तियों की प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा किया गया है।सीएम ने कहा कि प्रदेश में अब तक हमारी सरकार 15 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश को धरातल पर उतार चुकी है। हमारे पास अभी लगभग 30 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव बाकी है, जिन्हें धरातल पर उतारने की कार्यवाही चल रही है। प्रदेश में निवेश का बेहतरीन माहौल बना है, एमएसएमई सेक्टर को प्रोत्साहित करने का कार्य हुआ, इन सबसे भी हमने प्रदेश में एक करोड़ 62 लाख युवाओं को अपने ही जनपद में नौकरी की संभावनाएं उपलब्ध कराई हैं।योगी ने कहा कि पहली बार इतनी बड़ी संख्या में अपने जनपद और गांव में रोजगार की सुविधा प्राप्त हुई। यही नहीं, प्रदेश ने स्वरोजगार के लिए भी केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया, जिससे प्रदेश में 62 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ।
पूरी हुई प्रक्रिया
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन में आयोजित मिशन रोजगार कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के तहत चयनित 7720 लेखपालों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर सीएम योगी ने नवचयनित लेखपालों को उनके कर्तव्यों के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा कि ये नियुक्ति प्रक्रिया पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ संपन्न हुई है। इसमें कहीं कोई भेदभाव नहीं हुआ, कोई सिफारिश की आवश्यकता नहीं पड़ी। ऐसे में ये आपकी जिम्मेदारी बनती है कि बिना किसी सिफारिश के प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ ही एक गरीब की ईज ऑफ लिविंग के लिए आपको अपने स्तर पर विशेष कार्य करना है।