भोपाल, 24 जून.प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष श्री मुकेश नायक ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विधानसभा के हाल ही में भाजपा में शामिल हुये कमलेश शाह और नगर परिषद की अध्यक्ष रही उनकी पत्नी ने सरकार के खजाने से करोड़ों रूपयों का घोटाला कर भारी भ्रष्टाचार किया है। इस मामले में कोर्ट में भी प्रकरण चल रहा है और कमलेश शाह की पत्नी माधवी शाह हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत पर है। पुलिस द्वारा 90 दिन के अंदर चालान पेश करना चाहिए लेकिन उनके ऊपर दबाव बनाकर रखा और आज तक जब तक उन्होंने बीजेपी ज्वाइन नहीं कर ली तब तक निरंतर उन पर दबाव बनाकर रखा गया और चालान को रोककर रखा गया, किंतु आज दिनांक तक उस प्रकरण पर चालान कोर्ट में पेश नहीं किया गया। पुलिस शासन और सरकार के दबाव में चालान पेश नहीं कर रही है, क्योंकि शासन परमीशन नहीं दे रहा है। प्रकरण में पत्राचार करने के बावजूद भी चालान पेश नहीं किया जा रहा है।श्री नायक ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय ने कमलेश शाह पर दबाव डालकर बीजेपी ज्वाइन करने के लिए मजबूर किया, कमलेश शाह ने विधायक रहते हुये अपने आदिवासी होने का पूरा फायदा उठाकर अमरवाड़ा के हर्रई ग्राम में लगभग स्वर्ण वर्ग के लोगों को अपनी जमीन 100 रूपये के स्टांप पेपर पर बेंची गई, जिसकी रजिस्ट्री के लिए कोई प्रयास नहीं किये गये, लगभग 10 एकड़ कृषि भूमि में अवैध प्लाट काटकर बेंचे गये, इस अवैध कालोनी में शासन की राशि से रोड़, नाली आदि कार्य कराये गये, जिससे करोड़ों का चूना शासन को लगा। जबकि उक्त भूमि आज भी भू-राजस्व में कृषि भूमि के नाम पर दर्ज है, जिस पर लगभग 500 मकान अवैध रूप से बन गये हैं।श्री नायक ने कहा कि कमलेश शाह और उनकी पत्नी द्वारा पद का दुरूपयोग कर अवैध रूप से प्लाटिंग कर करोड़ों रूपये के रोड़, सीवेज, लाईट आदि के काम करवाये गये हैं कि सीधा-सीधा भ्रष्टाचार का मामला है जिसकी शिकयत वहां के रहवासी मनीष कुमार साहू द्वारा ईओडब्ल्यू में की गई, लेकिन प्रकरण की प्रमाणित जानकारी उपलब्ध होने के बावजूद ईओडब्ल्यू द्वारा उक्त मामले में आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। श्री नायक ने कहा कि वर्ष 2016 और 17 में कमलेश शाह की पत्नी नगर परिषद की अध्यक्ष रही है करोड़ों रुपए का घोटाला किया है और वे कोर्ट से जमानत पर है। अपनी निजी भूमि जो उनके क्षेत्र के अंतर्गत जहां से वे विधायक हैं, उनकी पत्नी नगर अध्यक्ष हैं, अपनी निजी भूमि पर उन्होंने 1000 के आसपास प्लाट काटकर 100 रूपये के स्टांप पर प्लाट बेंचे और उनसे अच्छी लंबी रकम वसूल की, प्लाट जल्दी-जल्दी इसलिए बिके क्योंकि उन्हें नगर परिषद का करोड़ों रुपए का पेमेंट हुआ है, जिससे नालियां रोड और कॉलोनी का मूल्य बढ़ाने के लिए, ताकि इसकी बिक्री आसान हो जाए और कीमत बढ़ जाए नगर परिषद का करोड़ों रुपए खर्च कर दिया किस तारीख को कौन सा प्लांट बेचा गया, नगर परिषद से कैसे-कैसे भुगतान हुआ उसके प्रमाण भी उपलब्ध हैं। कोर्ट में चालान पेश कराकर सरकार इस प्रकरण पर तत्काल कार्यवाही कर कमलेश शाह और उनकी पत्नी के विरूद्व सख्त कार्यवाही करें और जो शासन का करोड़ों रूपयों का चूना लगाकर कॉलोनी में रोड, नाली, बिजली के लिए खर्च किया गया उसकी भरपाई करायी जाये।