काम की तलाश में उज्जैन आई एक 70 साल की बुजुर्ग महिला के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। एक युवक ने बुजुर्ग महिला को डरा धमकाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। एक तरफ बुजुर्ग दरिंदगी की शिकार हुई, वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने भी उसे मानसिक रूप से परेशान किया। ऐसा तब हुआ जब महिला न्याय की आस में थाने पहुंची। थाना पुलिस ने उसकी मदद करने के जगह मेडिकल रिपोर्ट आने का इंतजार किया और करीब 12 घंटे बीतने के बाद केस दर्ज किया। दरअसल, बीना में रहने वाली 70 वर्षीय वृद्धा अपने बेटे के साथ काम की तलाश में उज्जैन आई थी। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 पर वृद्धा अपने बेटे के साथ सोई थी। सुबह 6 बजे के करीब एक बदमाश उसके पास पहुंचा और डरा धमकाकर उसे अपने साथ चलने के लिए कहा। इस दौरान वृद्धा ने विरोध करने की कोशिश भी की, लेकिन सुबह प्लेटफार्म पर कोई नहीं था जो उसकी मदद कर पाता। इसके बाद बदमाश वृद्धा को डरा धमकाकर अपने साथ नीलगंगा के पास बने टूटे रेलवे क्वार्टर में ले गया, जहां उसके दुष्कर्म किया और फरार गया। घटना के बाद वृद्धा अपने बेटे के पास पहुंची और घटना की जानकारी दी। न्याय की तलाश में दोनों मां बेटे जीआरपी थाने पर पहुंचे थे और पुलिस को मामले की जानकारी दी। मुख्यमंत्री मोहन यादव के गृह नगर की पुलिस को वृद्धा की बातों पर भरोसा नहीं था। यही कारण है कि उन्होंने कार्रवाई के लिए वृद्धा का मेडिकल करवाया, इस दौरान पुलिस ने तब तक केस दर्ज नहीं किया जब तक मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हो गई। करीब 12 घंटे बाद पीड़िता की शिकायत पर केस दर्ज किया गया। बता दें कि प्लेटफार्म नंबर 8 रेलवे स्टेशन का एक ऐसा स्थान है, जहां पर लोगों की आवाजाही सबसे कम होती है। घटना के बाद पुलिस लोगों से पूछताछ तो कर ही रही है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
चंद कदमों की दूरी पर है थाना
रेलवे स्टेशन के पास जहां यह वारदात हुई वहां रेलवे का जीआरपी और आरपीएफ थाना है। इसके साथ ही चंद कदमों की दूरी पर नीलगंगा और देवासगेट थाना भी है। इतनी मुस्तेदी के बाद भी अपराधियों पर शायद पुलिस का भय नहीं है, इसीलिए वह बेखोफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं।