मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने पटवारी परीक्षा पर विवाद कांग्रेस ने की CBI जांच की मांग, नरोत्तम बोले-पर्ची पर नौकरी देने वाले उठा रहे सवाल”?

मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने पटवारी परीक्षा के रिजल्ट घोषित कर दिए हैं। अब इस पर विवाद शुरू हो गया है। प्रदेश में सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस ने परीक्षा के रिजल्ट में धांधली के आरोप लगाए है।

भोपाल में प्रदर्शन करते पटवारी परीक्षा में शामिल हुए अभ्यार्थी 

मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ईसीबी) ने जब से पटवारी भर्ती परीक्षा 2023 के रिजल्ट घोषित किए हैं, तब से विवादों में घिर गया है। पटवारी परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी गुरुवार को कर्मचारी चयन मंडल के सामने एकत्रित हुए। उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। इससे पहले कांग्रेस ने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। इस पर पलटवार करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पर्ची पर नौकरी देने वाले आधुनिकतम परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। 

प्रदेश की पटवारी परीक्षा के रिजल्ट में धांधली के आरोपों के साथ गुरुवार को बड़ी संख्या में अभ्यर्थी मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ईसीबी) के सामने पहुंचे। यहां गेट पर बैठकर भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाए। अभ्यर्थियों ने सरकार से जांच की मांग की है। इससे पहले कांग्रेस नेता अरुण यादव ने पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाकर इसे व्यापमं भर्ती घोटाला पार्ट-थ्री नाम दिया। भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। यादव ने भिंड भाजपा विधायक के कॉलेज एनआरआई सेंटर से टॉप 10 में 7 अभ्यर्थियों के चयन पर सवाल उठाए हैं। टॉपर के हिंदी में हस्ताक्षर पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि नॉर्मलाइजेशन की पूरी प्रक्रिया संदेह के दायरे में है। एक ही शिफ्ट के अंक कम या ज्यादा होने में समानता नहीं है। ऐसा कैसे संभव है? टॉपर को 185 में से 185 अंक मिलने पर भी सवाल उठाए गए। 


कांग्रेस के पटवारी चयन परीक्षा में धांधली के आरोपों पर प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया। उन्होनें आरोपों पर बिन्दुवार जवाब देते हुए कहा कि जो कांग्रेस पर्चियों पर नौकरी देती थी वह आधुनिक परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठा रही है। पार्टी का ही एक पदाधिकारी इस परीक्षा में फेल हो गया। उसे मोहरा बनाकर कांग्रेस नेता झूठ फैला रहे हैं। प्रदेश के नौजवानों को बदनाम करने का प्रयास वह लोग कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी 15 महीने की सरकार में 15 लोगों को भी नौकरी नहीं दी।

 
गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पटवारी चयन परीक्षा में धांधली का आरोप झूठे तथ्यों पर लगा रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि ग्वालियर के एक ही सेंटर से सात लोग मेरिट में आये जबकि सत्य यह है कि इन सातों ने एक शिफ्ट में परीक्षा ही नही दी। कमलनाथ जी,दिग्विजय सिंह व अरुण यादव जी  जिस सेंटर में धांधली का आरोप लगा रहे है वहा और हर सेंटर में परीक्षार्थी के हर क्लिक का रिकार्ड है। सीसीटीवी कैमरे भी परीक्षार्थी की हर गतिविधियों पर नजर रखते है। आप लिखित रिकार्ड में मांगे जबानी जमा खर्च से काम नही चलेगा।


डॉ मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का यह भी आरोप है कि हिंदी में साइन करने वाले पास हो गए। कितना शर्मनाक है कि देश मे हिंदी में हस्ताक्षर करने पर सवाल उठाए जा रहे हैं। लुटियंस में घूमने वाले इटालियन संस्कृति के पैरोकार हिंदी पर सवाल तो उठाएंगे ही, लेकिन यहां भी कांग्रेस का झूठ बेनकाब हो गया है। हिंदी में साइन करने वाले किसी भी परीक्षार्थी के अंग्रेजी में 25 में से 25 नंबर नहीं आए हैं।  


मिश्रा बोले कि कांग्रेस ने एक और झूठ बोला है। उसका कहना है कि ब्लैकलिस्टेड कंपनी को परीक्षा का काम दिया गया लेकिन सच यह है कि परीक्षा संचालित करने वाली कंपनी देश की प्रतिष्ठित कंपनी है, जो आईआईटी व नीट जैसी परीक्षाएं करवाती है। कांग्रेस ने एक झूठ और बोला है। उसका कहना है कि ग्वालियर के सेंटर से हजारों परीक्षार्थी  पास हुए जबकि सच यह है कि उस सेंटर से मात्र 114 लोग ही पास हुए हैं, जबकि वहां परीक्षा 10 हजार से ज्यादा लोगों ने दी थी। इससे ज्यादा लोग तो अन्य जिलों के सेंटरों से पास हुए हैं। ग्वालियर में केवल 5% तो भोपाल में 42% से अधिक परीक्षार्थी पास हुए हैं।

 मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस झूठ बोलकर प्रदेश को न केवल बदनाम कर रही है, बल्कि प्रतिभावान नौजावनों का अपमान भी कर रही है। कमलनाथ जी व कांग्रेस नेताओं ने ग्वालियर को बदनाम करने के पहले भी प्रयास किए हैं। धांधली का आरोप लगाने वाले यह कमलनाथ जी, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव वे ही लोग हैं जिन्होंने अपनी 15 महीने की सरकार में एक भी नौजवान को नौकरी नही दी थी। इनके लिए तो ढोर चराना, बैंड बजाना ही नौकरी थी। आज जब शिवराज सरकार एक लाख लोगों को नौकरी देने का लक्ष्य पूरा करने जा रही है तो इन कांग्रेसी नेताओं को प्रसव वेदना जैसी पीड़ा रही है। गृह मंत्री ने कहा कि एक बात और, कांग्रेस जिसे मोहरा बनाकर यह झूठ फैला रही है, वह युवक अशोक नगर कांग्रेस का प्रवक्ता है। वह भी इस पटवारी परीक्षा में शामिल हुआ था लेकिन फेल हो गया। उसके बाद कांग्रेस ने झूठ फैलाना शुरू कर दिया। कांग्रेस के इस पदाधिकारी भूमिका की भी जांच की जाएगी। 

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