सहारनपुर। फर्जी फर्म बनाकर बिल काटने वाले दो आरोपियों को फतेहपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी वाहनों को काटने वाले व्यापारियों को फर्जी बिल बनाकर देते थे और उनका माल बिकवाते थे। इसके बदले आरोपी कमीशन लेते थे।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने पुलिस लाइन में पत्रकारों को इनकी जानकारी दी। बताया, थाना फतेहपुर पुलिस ने सूचना पर मो. वसीम निवासी गांव पठानपुरा देवबंद और सतीश निवासी गांव सिकरोड़ा थाना भगवानपुर जनपद हरिद्वार को गिरफ्तार किया है। आरोपी फर्जी फर्म बनाते थे और उसके बिल जारी करते थे। आरोपी स्क्रैप कारोबारियों के संपर्क में थे, जो इन व्यापारियों को फर्जी बिल जारी कर जीएसटी की चोरी करवाते थे। इसके बदले आरोपी कमीशन भी लेते थे। जीएसटी के अधिकारियों को जब फर्म के बारे में पता लगता था तो आरोपी फरार हो जाते थे। फर्म फर्जी होने की वजह से जीएसटी अधिकारी भी इन तक नहीं पहुंच पाते थे। इसके बाद आरोपी नई फर्जी फर्म तैयार करते थे। लंबे समय से आरोपी इस कार्य को कर रहे थे।
कई राज्यों तक फैला नेटवर्क, कई रडार पर
आरोपियों का नेटवर्क दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी यूपी के जिलों में फैला है। इन जगहों के स्क्रैप कारोबारी पकड़े गए वसीम और सतीश के संपर्क में रहते थे, जो इनसे फर्जी फर्म के बिल प्राप्त कर जीएसटी की चोरी करते थे। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि आरोपियों के कई साथियों और स्क्रैप कारोबारियों को भी चिह्नित किया गया है, जिनको गिरफ्तार किया जाएगा।
20 लाख रुपये पकड़ चुकी है पुलिस
एसएसपी ने बताया कि इनके साथी को थाना फतेहपुर पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व गिरफ्तार किया था, जिसके पास से 20 लाख रुपये भी बरामद हुए थे। आरोपी वाहन काटने वाले व्यापारियों के संपर्क में रहते थे। उनके माल को अपनी फर्म के बिल पर बिकवाते थे।