महंगे स्मार्टफोन में वीवो ने जोरदार सेंध मारी है। एक वक्त तक 30 हजार और उससे ज्यादा कीमत वाले स्मार्टफोन मार्के में वनप्लस, सैमसंग और ऐपल का दबदबा हुआ करता है। हालांकि वीवो ने इस दबदबे को कम करने का काम किया है। रिपोर्ट की मानें, तो चीनी स्मार्टफोन ब्रांड Vivo की प्रीमियम स्मार्टफोन में हिस्सेदारी 16 फीसद हो गई है। ऐसे में सैमसंग और वनप्लस जैसे स्मार्टफोन ब्रांड की टेंशन बढ़ सकती है।तो अगर 30 हजार और उससे ज्यादा कीमत वाले 100 स्मार्टफोन भारत में बिकते हैं, तो उसमें वीवो के 16 स्मार्टफोन शामिल हैं। बता दें कि साल 2018 तक भारत में वीवो की प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में हिस्सेदारी मात्र 2 फीसद हुआ करती थी। दरअसल वीवो ने अपने हाई-एंड फ्लैगशिप डिवाइसों पोर्टफोलियो को मजबूत किया है।

वीवो ने अपनी प्रीमियम फ्लैगशिप स्मार्टफोन के कैमरे पर काफी फोकस किया है। Vivo X200 सीरीज में 200 मेगापिक्सल टेलीफोटो लेंस का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही 6000mAh बैटरी ऑफर की गई है। वीवो ने अपने कैमरे को शानदार बनाने के लिए जर्मन ऑप्टिक्स कंपनी ZEISS के साथ साझेदारी की है।