यह कहानी है एमबीबीएस स्टूडेंट चंद्रेश मर्सकोले कि 1 दिन पहले मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने चंद्रेश को अपनी प्रेमिका की ऊंची हील की हत्या के आरोप से बरी किया है चंद्रेश को इस आरोप से बरी होने के लिए पूरे 13 साल जेल में काटने पड़े हाईकोर्ट ने अपने 80 पेज के फैसले में उन्हें निर्दोष माना साथ ही कहा कि यह केस पुलिस की मनगढ़ंत जांच की घिनौनी कहानी है कोर्ट ने राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए ₹42000 का मुआवजा चंद्रेश को देने को कहा है गांधी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फाइनल ईयर के स्टूडेंट थे हाई कोर्ट में चल रहे सीनियर डॉक्टर हेमंत वर्मा और तत्कालीन आईजी पुलिस शैलेंद्र श्रीवास्तव की इस देश में भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं