मध्य प्रदेश जनजाति संग्रहालय की लिखअंदरा आमद प्रदर्शनी दीर्घा मैं बुधवार को 25 हूं चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ युवा चित्रकार सांता भूरिया के चित्रों में बस यात्रा फलों तेल आधा वृक्ष वृक्ष एवं उल्लू बैलगाड़ी बार महुआ एकत्र करती महिलाएं पिथौरा देव 2 मोर दो तितलियां फल खाते पक्षी हिरण इत्यादि 26 चित्र प्रदर्शित किए गए चित्रकार शांता भूरिया नील बहुल क्षेत्र के जिला झाबुआ में जन्मी है जिन्हें कला विरासत में मिली है सांता भील समुदाय की लब्ध प्रतिष्ठित चित्र का पदम श्री भूरी बाई की संतान हैं शांता माधुरी बाई के साथ रचना कर्म में सहयोग करती हैं और चित्र बनाना भी सकती थी