बेटी से यौन शोषण के आरोप में 3 साल से फरार एक पिता को पुलिस के हवाले करने के बजाय बाल कल्याण समिति सीडब्ल्यूसी के सदस्यों द्वारा दफ्तर में बैठाकर गोपनीय दस्तावेज सौंपने का मामला सामने आया है भास्कर के पास विभाग के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज हैं जिसमें आरोपी पिता फाइल खोल तमाम सबूत देख रहा है मोबाइल से उनके फोटो ले रहा है समिति के सदस्यों से जब इस बारे में सवाल किया गया तो कहने लगे गिरफ्तार करना पुलिस का काम है हमारे पास कोई आएगा तो पक्ष सुनना ही होगा हालांकि आरोपी पर मेहरबानी का यह पहला मामला नहीं है इससे पहले सदस्य पीड़ित बच्चे को दादा दादी को सौंपने के हाई कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर आरोपी पिता के दोस्त के सुपुर्द कर चुके हैं फैसले में अध्यक्ष की सहमति तक नहीं ली केस 2019 का है देवास नाका के बुजुर्ग दंपत्ति बेटे के खिलाफ 13 वर्षीय पोती को प्रताड़ित करने की शिकायत की थी पुलिस ने पॉक्सो एक्ट की धारा साथ में केस दर्ज किया था